प्रेमी से बिछड़ने का दर्द सताने लगा तो प्रेमिका सरहद पार कर आयी मिलने

किम बोह-नी को सुखजीत सिंह से बिछड़ने का दर्द सताने लगा तो वह एक दोस्त की मदद से दिल्ली पहुंची, फिर वहां से शाहजहांपुर चली गई।

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सरहद पार कर प्रेम कहानियों की एक के बाद एक कड़ी जुड़ती जा रही है। जहाँ आये दिन कोई ना कोई सीमा पार कर नई प्रेम कहानियो का सिलसिला जुड़ता जा रहा है। अब इसी कड़ी में एक और प्रेम कहानी की दास्ता सामने आयी है। दरअसल, एक दक्षिण कोरियाई युवती किम बोह-नी ने शाहजहांपुर में अपने प्रेमी सुखजीत सिंह से मिलने के लिए महाद्वीपों की यात्रा की। उनकी प्रेम कहानी दो साल पूर्व दक्षिण कोरिया की एक कॉफी शॉप में शुरू हुई थी। कॉफी शॉप में एक कर्मचारी के रूप में 6 साल बिताने के बाद सुखजीत सिंह का जीवन किम के साथ तब जुड़ गया, जब वह बिलिंग काउंटर अटेंडेंट के रूप में उसी कैफे में काम करने लगी।

समय के साथ उनकी दोस्ती प्रेम कहानी में बदल गई। मगर सुखजीत सिंह को 6 महीने के लिए भारत लौटना पड़ा। किम बोह-नी को सुखजीत सिंह से बिछड़ने का दर्द सताने लगा तो वह एक दोस्त की मदद से दिल्ली पहुंची, फिर वहां से शाहजहांपुर चली गई और सुखजीत सिंह से मिलने का उसका अरमान पूरा हो गया। सुखजीत सिंह के घर पर भावनात्मक पुनर्मिलन ने उनके परिवारों को खुशियों से भर दिया।

खबरों के अनुसार, इस जोड़े ने हाल ही में अपनी प्रतिबद्धता को मजबूत करते हुए एक गुरुद्वारे में सिख रीति-रिवाज निभाते हुए शादी कर ली। सुखजीत सिंह ने अब दक्षिण कोरिया में किम के साथ नया जीवन शुरू करने के अपने इरादे का खुलासा किया है। फिलहाल 3 महीने के टूरिस्ट वीजा पर भारत आई किम का शाहजहांपुर में एक महीना पूरा हो गया है। वह आने वाले हफ्तों में दक्षिण कोरिया लौटने के लिए तैयार है, जबकि सुखजीत सिंह तीन महीने बाद उसके साथ जाना चाहता है। दोनों परिवार दक्षिण कोरियाई और भारतीय संस्कृतियों के मिलन का जश्‍न मना रहे हैं। प्यार की यह सरहद पार कहानी यह दर्शाती है कि प्यार की कोई सीमा नहीं होती।