उत्तर प्रदेश में अधिवक्ता कल मनायेंगे विजय दिवस प्रदेश में अराजकता फैलाने वाले वकीलों पर जिलाधिकारियों को कार्रवाई करने के आदेश को प्रदेश शासन ने वापस ले लिया है। प्रदेश की कचहरियों और अदालतों के वकीलों ने बुधवार को विरोध प्रदर्शन किया था जबकि यूपी बार काउंसिल ने भी 20 मई को विरोध करने का फैसला लिया था। अब प्रदर्शन के बजाय कल 20 दिवस को अधिवक्ताओं द्वारा विजय दिवस मनाया जाएगा।
यूपी बार काउंसिल के सदस्य इमरान माबूद खान ने अपने अध्यक्ष को पत्र लिखकर आपत्ति दर्ज कराई थी। बार काउंसिल के सचिव देवेंद्र मिश्र नगरहा ने शासन द्वारा वकीलों का अपमान करने वाले आदेश को वापस लेने को वकीलों की विजय करार दिया है। कहा कि अधिवक्ता 20 मई को विजय दिवस मनाएंगे। हालांकि इस संबंध में कोई आधिकारिक विज्ञप्ति जारी नहीं की गई है।
उल्लेखनीय है कि शासनादेश के खिलाफ बुधवार को जिला कचहरी प्रयागराज के अधिवक्ता भड़क उठे थे। वकीलाें ने जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपते हुए शासनादेश को तत्काल वापस लेने की मांग की। साथ ही मांग पूरी न होने पर आंदोलन की चेतावनी दी। जिला अधिवक्ता संघ प्रयागराज के अध्यक्ष गिरीश तिवारी, मंत्री विद्या वारिधि समेत अन्य पदाधिकारियों ने शासनादेश को मनमाना और पूरी तरह से अवैधानिक बताया।
कहा कि यह अधिवक्ताओं की मर्यादाओं के विरुद्ध है। वहीं, संघ के पूर्व अध्यक्ष विनोद चंद्र दुबे व उमाशंकर तिवारी ने संयुक्त बयान जारी कर शासनादेश की कड़ी निंदा करते हुए उसे तत्काल वापस लेने की मांग की। कहा कि अधिवक्ताओं के आचरण पर बार एसोसिएशन, बार काउंसिल आफ उत्तर प्रदेश और बार काउंसिल आफ इंडिया व अदालतें निर्णय लेने के लिए सक्षम हैं। इस परिपेक्षय में यह आदेश अधिवक्ताओं की मर्यादा के विरुद्ध है। ये प्रदेश सरकार की तानाशाही रवैया का परिचायक है।