रामपुर: ग्राम प्रधान पर लाखों रुपए निकाले जाने का आरोप

रामपुर के एक गांव में ग्राम प्रधान के द्वारा जमीनी स्तर पर महज़ 10 मीटर की सफाई कराई गई जबकि इस कार्य मे लाखों रुपए निकाले जाने का आरोप लगना शुरू हो गया है।

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Rampur News: देशभर में ग्रामीण इलाकों की दशा सुधारने को लेकर डॉ मनमोहन सिंह सरकार में शुरू की गई मनरेगा योजना काफी कारगर साबित हुई है। मोदी सरकार में भी इस योजना के तहत ग्रामीण इलाकों का बड़े पैमाने पर उद्धार हुआ है। वही लोगों को इस योजना के माध्यम से उन्हीं के गांव में रोजगार भी मिलता चला रहा है। बावजूद इसके जनपद रामपुर के एक गांव में ग्राम प्रधान के द्वारा जमीनी स्तर पर महज़ 10 मीटर की सफाई कराई गई जबकि इस कार्य मे लाखों रुपए निकाले जाने का आरोप लगना शुरू हो गया है।

उत्तर प्रदेश के जनपद रामपुर में मनरेगा योजना के तहत ग्रामीण इलाकों में ग्राम पंचायत स्तर पर जहां एक और मेहनतकश ग्रामीणों को रोजगार उपलब्ध कराया जाता है। वही कच्चे रास्तों को दुरुस्त करने की एवज में ग्राम प्रधान एवं खंड विकास स्तर पर कार्यरत सरकारी कर्मियों के द्वारा मजदूरी करने वाले ग्रामीणों को निश्चित धनराशि दी जाती है। मनरेगा के इस कार्य की देखरख का जिम्मा जनपद स्तर पर डीसी मनरेगा के कार्य क्षेत्र में होता है। आरोप है कि चमरौआ विकासखंड क्षेत्र के ग्राम किसरौल में मौजूदा ग्राम प्रधान के द्वारा मनरेगा योजना मे बड़े घोटाले को अंजाम दिया गया है।

बाकायदा इसकी लिखित शिकायत जिलाधिकारी से भी की गई है। जिसमें कहा गया है कि गांव के एक कच्चे रास्ते पर फर्जी तरीके से कार्य दिखाते हुए लाखों रुपए निकल लिए गए हैं। शिकायत की जानकारी के बाद जांच से बचने के लिए ग्राम प्रधान चोरी छुपे इस रास्ते पर कार्य करने की फिराक में लगा है। वही दिलचस्प बात यह है कि ग्रामीणों को रात और दिन मौके पर रहकर शिकायत की सत्यता अधिकारियों तक लाने के लिए इस रास्ते की रखवाली करनी पड़ रही है। जबकि वास्तविक स्थिति में इस रास्ते पर किसी तरह का कोई कार्य नहीं हुआ है। फिलहाल जिलाधिकारी के द्वारा इसकी जांच मातहेतो को सौंप दी गई है।