रेलवे ने एनटीपीसी और लेवल – 1 की परीक्षा पर लगाई रोक

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NTPC Level-1 exam

एनटीपीसी रिजल्ट को लेकर यूपी और बिहार में परीक्षार्थियों के विरोध-प्रदर्शन को देखते हुए रेलवे बोर्ड ने बड़ा फैसला लिया है। रेल मंत्रालय ने NTPC और लेवल -1 की परीक्षा पर अभी के लिए रोक लगा दी है। रेल मंत्री ने एक हाई पावर कमेटी का गठन किया है। यह कमेटी एनटीपीसी परीक्षा में पास व फेल हुए परीक्षार्थियों की परेशानियों को सुनेगी और इनकी मुश्किलो का रिपोर्ट रेल मंत्री को सौंपेगी और उन्हे जो उचित लगेगा परीक्षार्थियों की परेशानियों को देखते हुए उनका हल करेगी। इसके बाद ही रेल मंत्रालय आगे का फैसला लेगी बता दे कि, अभी के लिए फिलहाल रेलवे की परीक्षा पर रेल मंत्रालय ने रोक लगा दी है।

एनटीपीसी रिजल्ट के खिलाफ विरोध- प्रदर्शन

यूपी के प्रयागराज ,बिहार में हजारों की संख्या में छात्र छात्राओं आरआरबी एनटीपीसी रिजल्ट के खिलाफ कुछ दिनों से विरोध प्रदर्शन कर रहे है। प्रदर्शन ने कई जगहों पर हिंसक रूप भी ले लिया है। बता दें कि, यूपी के प्रयागराज में रेलवे ट्रैक पर अभियार्थियो ने ट्रेन रोक दी थी। इसके बाद आरपीएफ और जीआरपी ने परीक्षार्थियों को उनके कमरे में घुस कर बुरी तरह से पिटाई की है, और अधिकतर अभियार्थियों को पुलिस कर्मियों ने गिरफ्तार कर लिया है। वही इस तरह के दुर्व्यवहार छात्राओ के साथ होने पर कांग्रेस के महासचिव राहुल गांधी और प्रियंका गांधी और वही समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने व अन्य मंत्रियों ने कड़ी नाराजगी जताई है। रेल मंत्रालय का कहना है कि, छात्राओं द्वारा ऐसी विरोध होने पर रेलवे ट्रैक पर प्रदर्शन करने व ट्रेन को रोकने तथा रेलवे संपतियो को नुकसान पहुंचाने का कार्य किया है। उन्होंने कहा कि इस तरह की कार्य करना अनुशासनहीनता व गैर कानूनी काम करने वाले अभियार्थियो को रेल मंत्रालय बिल्कुल भी सहन नहीं करेगी। कहा कि इस तरह की गैर कानूनी गतिविधियों को किए जाने वाले उम्मीदवारों पर पुलिस प्रशासन कार्यवायी करने के साथ – साथ रेलवे की नौकरी प्राप्त करने पर आजीवन रोक भी लगाया जा सकता है।

प्रदर्शन की वजह से कई ट्रेनों को रद करना पड़ा था

मंगलवार को एनटीपीसी भर्ती परीक्षा में 20फीसदी परीक्षार्थियों को पास कराने की मांग को लेकर प्रदेशों में कई स्थानों पर रेलवे ट्रैक को रोककर विरोध-प्रदर्शन छात्राओं ने किया था। यूपी के प्रयागराज में भी स्टेशन पर रेलवे ट्रैक को जाम किया था। इसके अलावा बिहार में भी स्टेशनो पर रेलवे ट्रैक पर विरोध-प्रदर्शन हुआ था। इस वजह से कई ट्रेनों को रद्द किया गया था तथा कई ट्रेनों के रूट बदले गए थे।

क्या है अभियार्थियों के विरोध – प्रदर्शन का मामला

प्रदर्शन कारियो का तर्क है कि,रेलवे रिक्रूटमेंट बोर्ड की एनटीपीसी भर्ती लेवल -1 के रिजल्ट में जोन वाइज कुल पदो के तहत 20 फीसदी परीक्षार्थियों को पास कराना था। यही नोटिस बोर्ड द्वारा जारी की गई थी,लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया।प्रत्येक स्लॉट में पदो की संख्या को आधार मानकर अलग – अलग प्रत्येक स्लॉट के लिए 20 गुना परीक्षार्थियों को पास घोषित किया गया।इससे पास अभियार्थियो की रियल संख्या 20 गुना के बजाय लगभग 5-6 गुना ही रह गए है । इससे हजारों की संख्या में छात्र -छात्राये दूसरे चरण की परीक्षा में भाग नहीं ले पाएंगे ,जिससे उनके भविष्य पर भी प्रभाव पड़ेगा ।यही सब वजह थी कि, यूपी – बिहार में सभी अभ्यर्थियों ने विरोध – प्रदर्शन किया था।