Prayagraj: मई माह में भीषण गर्मी के चलते मौसम विभाग ने हीट वेव का अलर्ट जारी किया है। गर्मी के चलते अस्पतालों में अभी तक 8 मरीजों को इलाज के लिए भर्ती किया जा चुका है। OPD और इमरजेंसी में पहुंचने वाले मरीजों में हीट वेव के ही लक्षण मिल रहे है। ऐसे में डॉक्टर मरीजों के इलाज के साथ ही सलाह दे रहे है।
कंट्रोल रूम तैयार
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. आशु पांडेय ने बताया कि हीट वेव शरीर के लिए कई बार घातक हो सकती है। हीट स्ट्रोक, हीट रैश, हीट क्रैंप से कमजोरी, चक्कर आना, सर दर्द, उबकाई, ज्यादा पसीना आना, बेहोशी आना आदि संभव है। दोपहर में बाहर निकलने से बचे। शहर में इसके लिए स्वस्थ विभाग की तरफ से कंट्रोल रूम भी बनाया गया है। 0532-2641577 और 0532-2641578 पर जानकारी ली जा सकती है।
लू से बचाव के प्रति सचेत
आपदा नियंत्रण कक्ष के प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ संजय बरनवाल ने बताया कि जिले में पारा 45 डिग्री तक पहुंच गया हैं। लू से बचाव के प्रति सचेत करते हुए कहा कि अधिक गर्मी वाले समय में विशेषकर 12 से 3 बजे के मध्य सूर्य की रोशनी में जाने से बचें। नंगे पैर बाहर न निकलें, अधिक प्रोटीन वाले खाद्य पदार्थों के प्रयोग से यथासंभव बचें। बासी भोजन का प्रयोग न करें, बच्चों तथा पालतू जानवरों को खड़ी गाड़ियों में न छोड़ें। गहरे रंग के भारी तथा तंग कपड़े न पहनें। रसोई वाले स्थान को ठंडा करने के लिए दरवाजे खिड़कियां खोल दें
अस्पताल में भर्ती हुए मरीज
मोतीलाल नेहरू मंडलीय चिकित्सालय के सीनियर फिजिशियन डॉ. केके मिश्रा बताते हैं कि कुछ दिनों तक बचाव जरूरी है। उन्होंने अपील की है कि विभागीय सुझाव मानें और हीट वेव से बचें। अब तक हीट वेव के चार मरीज बेली में भर्ती किए गए हैं। वहीं SRN और काल्विन हॉस्पिटल में भी हीट वेव के मरीज भर्ती किए जा रहे हैं।
पेय प्रदार्थों का करे सेवन
उन्होंने बात करते हुए कहा कि हीट वेव (लू) से बचाव के लिए हाइड्रेट रहें यानी शरीर में पानी की कमी से बचें। इसके लिए अधिक से अधिक पानी से सम्बंधित पेय प्रदार्थों का सेवन करते रहे। जल की अधिक मात्रा वाले मौसमी फल एवं सब्जियों जैसे खरबूजा, संतरे, अंगूर, खीरा, ककड़ी एवं सलाद पत्ता आदि का प्रयोग करें एवं शरीर को ढककर रखें।
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