‘वारिस पंजाब दे’ (Waris Punjab De) संगठन के मुखिया अमृतपाल सिंह (Amritpal Singh) को असम की जेल से पंजाब की जेल में स्थानांतरित करने की मांग को लेकर प्रस्तावित मार्च से एक दिन पहले रविवार को उसकी मां को गिरफ्तार कर लिया गया। अमृतपाल सिंह (Amritpal Singh) को पिछले साल अप्रैल में गिरफ्तार किया गया था और उसके खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (National Security Act) लगाया गया था।
‘वारिस पंजाब दे’ (Waris Punjab De) संगठन के मुखिया अमृतपाल सिंह (Amritpal Singh) और उसके 9 साथी इस समय असम की डिब्रूगढ़ जेल में बंद हैं। पुलिस उपायुक्त आलम विजय सिंह ने रविवार को बताया कि अमृतपाल सिंह की मां बलविंदर कौर को न्यायिक हिरासत में भेजा गया है। डीसीपी ने कहा कि उन्हें एहतियातन हिरासत में लिया गया है। अधिकारी ने इस बारे में ज्यादा जानकारी नहीं दी।
अमृतपाल सिंह और उसके नौ साथियों को असम की डिब्रूगढ़ जेल से पंजाब की जेल में ट्रांसफर करने की मांग को लेकर 8 अप्रैल को बठिंडा में तख्त दमदमा साहिब से मार्च निकाला जाना था। बलविंदर कौर के साथ बाकी कैदियों के परिजन 22 फरवरी से अमृतसर के स्वर्ण मंदिर के पास भूख हड़ताल पर बैठे थे। उनका कहना था कि अमृतपाल सिंह और बाकी कैदियों को जब तक पंजाब की जेल में ट्रांसफर नहीं किया जाता, तब तक उनकी भूख हड़ताल जारी रहेगी।
शिरोमणि अकाली दल (Shiromani Akali Dal) ने पुलिस कार्रवाई के लिए आम आदमी पार्टी सरकार की निंदा की। शिरोमणि अकाली दल के प्रवक्ता परमबंस सिंह रोमाना ने कहा कि अमृतपाल सिंह की मां समेत मार्च के विभिन्न आयोजकों को हिरासत में लिया गया है, जो निंदनीय है।