पश्चिम बंगाल के बारासात में पीएम नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने ममता सरकार पर जमकर निशाना साधा और संदेशखाली का मुद्दा भी उठाया। उन्होंने कहा कि टीएमसी अपने अत्याचारी नेता को बचाने की कोशिश कर रही है। बता दें कि 6 दिन के अंदर बंगाल में पीएम नरेंद्र मोदी की ये तीसरी रैली है। इस रैली में संदेशखाली की महिलाएं भी शामिल हुईं।
पीएम मोदी ने कहा कि बंगाल की धरती पर टीएमसी के राज में नारी शक्ति पर अत्याचार का घोर पाप हुआ है। ममता के राज में ये घोर पाप हुआ है। संदेशखाली में जो हुआ, उससे सबका सिर शर्म से नीचे झुक गया है। टीएमसी सरकार बंगाल की महिलाओं के गुनाहगार को बचा रही है।
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि बीजेपी सरकार ने महिला हेल्पलाइन बनाई है, लेकिन टीएमसी सरकार बंगाल में इसे लागू नहीं होने नहीं दे रही है। टीएमसी सरकार महिलाओं का कभी भला नहीं कर सकती, लेकिन अब टीएमसी के माफियाराज को खत्म करने के लिए नारी शक्ति निकल पड़ी है।
पीएम नरेंद्र मोदी ने आगे कहा कि ममता सरकार महिला विरोधी है। टीएमसी के राज में महिलाओं पर अत्याचार हुआ है। बंगाल सरकार को महिलाओं पर भरोसा नहीं है, बल्कि वह अपने अत्याचारी नेता को बचाने में लगी है।
वही पीएम नरेंद्र मोदी ने यह भी कहा कि विपक्ष मेरे परिवार पर सवाल उठा रहा है। विपक्ष कह रहा है कि मेरा कोई परिवार नहीं है। लेकिन पूरा देश कह रहा है कि वो मोदी का परिवार है। पूरे देश की माताएं और बहनें मेरा परिवार हैं। कई सालों तक मैं झोला लेकर देश में घूमा हूं। जेब में एक पैसा ना होने पर भी मैं कभी भूखा नहीं रहा। 140 करोड़ देशवासी मेरा परिवार हैं।
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि उस समय गरीब से गरीब लोगों ने भी मुझे खाना खिलाया, आज मैं उन सबका कर्ज चुका रहा हूं। ये बांग्ला भूमि नारी शक्ति का केंद्र रही है। इस धरती ने मां शारदा, रानी रागमणि, भगिनी निवेदिता, सरला देवी, कल्पना दत्ता, प्रतिलता जैसी अनगिनत शक्ति स्वरूपा देश को दी हैं।
पीएम नरेंद्र मोदी ने आगे कहा कि देशभर में लाखों स्वयंसहायता समूह से संवाद किया गया था। अब यहां पश्चिम बंगाल में स्वयंसहायता समूह की बहनों का इतना विराट सम्मेलन हो रहा है। इस कार्यक्रम से देशभर की लाखों महिलाएं टेक्नालॉजी के माध्यम से जुड़ी हुई हैं। मैं सभी बहनों का वंदन और अभिनंदन करता हूं।
पीएम ने कहा कि मैंने लंबे समय तक संगठन में काम किया है। ऐसे में इतना बड़ा आयोजन करना हिंदुस्तान के सार्वजनिक जीवन की एक बड़ी घटना है। ऐसे में आप लोग अनेक अभिनंदन के अधिकारी हैं। आप लोगों ने परंपराओं को भी तोड़ा है। पुरुषों की मैराथन पहले भी सुनते थे। लेकिन इस बार महिलाएं नारी शक्ति वंदन के लिए दौड़ लगा रही थीं और आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ रही थीं।