Hardoi: उपमुख्यमंत्री स्वास्थ्य मंत्री के गृह जनपद हरदोई के नानक गंज में अप्रशिक्षित लोगों द्वारा चिकित्सालय का संचालन कर मरीजों (patients) की जान के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। जबकि चिकित्सालय के पंजीकृत चिकित्सक यहाँ कभी मौजूद नहीं रहते हैं। वही ऐसे चिकित्सालयों के विरुद्ध सूची बनाकर कार्यवाही करने का वक्तव्य पूर्व में ही मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ राजेश तिवारी ने दिया था जो कि हवा-हवाई साबित हो रहा है। जनपद हरदोई में ऐसे सैकड़ों चिकित्सालय हैं जिनका रजिस्ट्रेशन गैर जनपद में रहने वाले चिकित्सकों के नाम पर है। मानक विहीन चिकित्सालयों का संचालन उनके गुर्गे व ठेकेदार ही करते हैं।
मानक विहीन चिकित्सालय संचालित किये जा रहे
इसी तरह का एक मामला हरदोई के लखनऊ रोड स्थित नानक गंज झाला का सामने आया है। जहाँ मलेरिया विभाग में कार्यरत फार्मासिस्ट आजाद सिद्दीकी व अनिल कुमार द्वारा नूरजहाँ मेमोरियल धर्मार्थ चिकित्सालय के नाम से मानक विहीन चिकित्सालय संचालित किया जा रहा है।
अस्पताल संचालक अनिल कुमार ने चिकित्सालय का पंजीकरण लखनऊ निवासी किसी डॉक्टर समरुल हसन सिद्दीकी के नाम पर बताया। जब कि इस नाम का डॉक्टर कभी भी इस चिकित्सालय में नहीं आता है और अनिल कुमार द्वारा ही मरीजों (patients) का इलाज किया जा रहा है। चिकित्सालय की व्यवस्था को देखें तो यहाँ पर मरीजों को एक तख्त पर लिटा कर इलाज किया जाता है तथा मानक के अनुसार बेड तक उपलब्ध नहीं है।
वहीं अनिल कुमार ने बताया कि, मलेरिया विभाग में कार्यरत आजाद सिद्दीकी जोकि एक फार्मासिस्ट है। उसके द्वारा भी मरीजों (patients) को देखा जाता है। बता दें कि, पूर्व में ही मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ० राजेश तिवारी ने ऐसे चिकित्सालयों की सूची बनाकर जाँच की बात कही थी। उनका दिया हुआ वक्तव्य हवा हवाई ही साबित हो रहा है।