ओवैसी ने अतीक के आरोपियों की तुलना गोडसे से की

योगी सरकार की मंशा पर सवाल उठाते हुए असदुद्दीन ओवैसी ने पूछा है कि, आरोपियों के खिलाफ यूएपीए एक्ट के तहत कार्रवाई क्यों नहीं की गई?

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एआईएमआईएम के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने उत्तर प्रदेश का माफिया अतीक अहमद की हत्या करने वाले आरोपियों की तुलना नाथूराम गोडसे (Nathuram Godse) से कर दी है। माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ अहमद की हत्या होने के बाद से ही असदुद्दीन ओवैसी उत्तर प्रदेश की सरकार पर सवाल उठा रहे हैं। योगी सरकार की मंशा पर सवाल उठाते हुए असदुद्दीन ओवैसी ने पूछा है कि, आरोपियों के खिलाफ यूएपीए एक्ट के तहत कार्रवाई क्यों नहीं की गई?

‘आरोपियों को असदुद्दीन ओवैसी ने नाथूराम गोडसे तक बता डाला है’

ओवैसी ने कहा कि, हिरासत में लोग मारे गए, उन्हें मारने वाले आतंकवादी हैं और ये एक आतंकी मॉड्यूल है। आरोपियों को असदुद्दीन ओवैसी ने नाथूराम गोडसे तक बता डाला है। बता दें कि, माफिया अतीक अहमद और अशरफ अहमद की 15 अप्रैल को प्रयागराज में हत्या कर दी गई थी। हत्या के बाद मौके पर ही लवलेश, सनी और अरुण मौर्य को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।

हैदराबाद में एक जनसभा को संबोधित करते हुए असदुद्दीन ने कही ये बात

एआईएमआईएम के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने आरोप लगाया कि, यूपी के प्रयागराज में अतीक अहमद और अशरफ अहमद का गोली मारकर मर्डर करने वाले तीनों लोग महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे के नक्शेकदम पर चल रहे थे। इतना ही नहीं ओवैसी ने अतीक अहमद और अशरफ अहमद के कत्ल के आरोपियों को ‘आतंकवादी’ करार दिया, जो एक आतंकवादी गुट का पार्ट थे। हैदराबाद में एक जनसभा को संबोधित करते हुए असदुद्दीन ओवैसी ने ये बातें कहीं।

ओबैसी ने योगी पर साधा निशाना

एआईएमआईएम के अध्यक्ष ओबैसी ने अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ के पुलिस हिरासत में मर्डर को लेकर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधते हुए ओवैसी ने आगे कहा कि, मीडिया रिपोर्ट्स से पता चला है कि तीनों आरोपी गरीब परिवार से हैं। ऐसे में हैरानी होती है कि इनके पास 8-8 लाख रुपये की रिवाल्वर कैसे पहुंचीं?

हत्या से पहले आरोपियों को कम से कम एक महीने तक ट्रेनिंग दी गई: ओबैसी

एआईएमआईएम के अध्यक्ष ने एक मीडिया रिपोर्ट का जिक्र भी किया, जिसमें एक पुलिस अफसर के हवाले से कहा गया है कि,माफिया अतीक अहमद और अशरफ अहमद के हत्या से पहले आरोपियों को कम से कम एक महीने तक ट्रेनिंग दी गई। उन्होंने आगे कहा कि, इससे साफ है कि उन्हें पूरी प्रैक्टिस कराई गई थी। तीनों गोडसे के उत्तराधिकारी हैं। मुझे शक है कि देश में ऐसे लोग हैं, जिन्हें ट्रेनिंग दी जाती है। जिन्हें हथियार दिए जाते हैं और उनसे कहा जाता है कि उन्हें नाथूराम गोडसे के सपने को पूरा करना है।