राम मंदिर के प्राण-प्रतिष्ठा समारोह में जाने या नहीं जाने को लेकर राजनीतिक गलियों से लगातार खबर सामने आ रही है। जिसमे कई मंत्री इस प्राण -प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने को उत्सुक है तो वही कई नेता वहाँ जाने से इंकार करते नज़र आ रहे है।अब इसी बीच राष्ट्रीय जनता दल के सुप्रीमो और पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव ने स्पष्ट कह दिया है कि वह अयोध्या नहीं जाएंगे।
बिहार की राजधानी पटना में मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए लालू प्रसाद यादव ने कहा कि वह 22 जनवरी को राम मंदिर के प्राण-प्रतिष्ठा समारोह में नहीं जा रहे हैं। वहीं लोकसभा चुनाव में सीट शेयरिंग के सवाल पर लालू प्रसाद यादव ने कहा कि इतनी जल्दी सीट शेयरिंग हो जाती है क्या? सब हो रहा है। सभी दलों के बीच बातचीत हो रही है। जल्दी सब हो जाएगा। इधर, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से नाराजगी और उन्हें मकर संक्रांति पर टीका नहीं लगाने के सवाल पर लालू प्रसाद यादव चुप्पी साध गए। उन्होंने इस मामले में स्पष्ट कुछ नहीं कहा।
इधर, लालू प्रसाद यादव से पहले सीएम नीतीश कुमार के करीबी और बिहार सरकार में वित्त मंत्री विजय चौधरी ने सीट शेयरिंग और नाराजगी पर अपना रिएक्शन दिए थे। उन्होंने सीट शेयरिंग के सवाल पर विजय चौधरी ने कहा कि चीजें जल्दी तय हो तो यह अच्छी बात होती है। सीट शेयरिंग जल्दी होता है तो अच्छा होगा। बिहार सरकार के वित्त मंत्री विजय चौधरी ने कहा कि हमारे गठबंधन में कहीं कोई नाराज नहीं है। हमारे गठबंधन का स्वरूप अलग है।
उन्होंने आगे कहा था कि राजद के साथ राजद और वामदल बीच पहले से समझौता है। सबलोग लगे हैं। लालू जी की पार्टी के साथ हमारा गठबंधन हुआ है। वहीं I.N.D.I.A. गठबंधन में संयोजक के सवाल पर उन्होंने कहा कि हमारी बात आप गंभीरता से नहीं लेते। हमलोग शुरू से कह रहे हमें कोई पद नहीं चाहिए। जदयू किसी पद की आकांक्षी नहीं है। यह स्पष्ट है कि हमारी सरकार बिहार में नौजवानों को रोजगार उपलब्ध करवा रही है। हमलोग इसे अभियान के रूप में चला रहे हैं। केवल शिक्षा विभाग में ही दो लाख लोगों को नौकरी दी गई।