Kumar Vishwas ने आरएसएस संघ को कहा अनपढ़

हमारे देश में दो तरह के लोगों का झगड़ा चल रहा है। एक वामपंथी हैं, जो कुपढ़ हैं, उन्होंने पढ़ा तो है, लेकिन गलत पढ़ा है। दूसरे हैं उन्होंने पढ़ा ही नहीं है।

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कुमार विश्वास (Kumar Vishwas) इन दिनों उज्जैन दौरे पर है। जहाँ वो राम कथा के प्रेरक प्रसंग सुनाने पहुँचे। मंगलवार को लेखक कुमार विश्वास ने राम कथा के प्रसंग सुनाने के दौरान आरएसएस (RSS) पर जमकर निशाना साधा और संघ को अनपढ़ कह दिया। इस दौरान कुमार विश्वास (Kumar Vishwas) ने संघ के बारे में ये कहा उस समय स्टेज पर उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव (Dr. Mohan Yadav) और सांसद अनिल फिरोजिया (Anil Ferozia) भी उपस्तिथ थे।

उज्जैन में कथा करने आए हो कथा करो प्रमाण पत्र मत बांटो: राजपाल सिंह

लेखक कुमार विश्वास का यह बयान सोशल मीडिया पर आग की तरह फ़ैल गया है। वहीं, कुमार विश्वास के इस बयान पर अब भारतीय जनता पार्टी के नेताओं की प्रतिक्रिया सामने आ रही है। प्रदेश प्रवक्ता राजपाल सिंह सिसोदिया (Rajpal Singh Sisodia) ने अपने ट्विटर पर कुमार विश्वास पर निशाना साधते हुए कहा कि, उज्जैन में कथा करने आए हो कथा करो प्रमाण पत्र मत बांटो। कार्यक्रम में हजारों की संख्या में लोग मौजूद है।

हमारे देश में दो तरह के लोगों का झगड़ा चल रहा है: कुमार विश्वास

कुमार विश्वास राम कथा के प्रेरक प्रसंग सुनाने के दौरान राम राज्य के बजट के बारे में जनता को बता रहे थे। इस दौरान कुमार विश्वास केंद्रीय बजट को राम राज्य के बजट से कनेक्ट करते हुए संघ पर निशाना साधा और बोला कि संघ से जुड़े लोग कहते हैं कि, राम राज्य में बजट नहीं होता था। हमारे देश में दो तरह के लोगों का झगड़ा चल रहा है। एक वामपंथी हैं, जो कुपढ़ हैं, उन्होंने पढ़ा तो है, लेकिन गलत पढ़ा है। दूसरे वो हैं उन्होंने पढ़ा ही नहीं है। वो कहते हैं कि हमारे वेदों में ये लिखा है लेकिन वेदों में क्या लिखा है वो उन्होंने देखा ही नहीं हैं।

सूरज समुद्र और नदियों से पानी लेता है लेकिन उन्हें पता नहीं चलता: कुमार

कुमार विश्वास ने आगे कहा कि, “श्रीराम के माध्यम से जीवन प्रबंधन का पाठ सीखा कैसे जा सकता है। कार्यक्रम की शुरूआत राम भजन से की गयी। राम राज्य में टैक्स की व्यवस्था अनूठी थी। राम ने भरत से कहा कि हम सूर्यवंशी हैं। इसलिए राजा को टैक्स ऐसे लेना चाहिए जैसे सूर्य टैक्स लेता है। सूरज समुद्र और नदियों से पानी लेता है लेकिन उन्हें पता नहीं चलता। उसी पानी को बारिश के रूप में वहाँ बरसाता है, जहाँ पानी की जरूरत होती है। इसी तरह आज के युग में सरकार ऐसे टैक्स लें कि जनता को पता न चले और उसे हॉस्पिटल और महाकाल लोक जैसे रूप में जनता को लौटाए, ताकि जनता खुश हो जाए।”

विश्वास ने इस आयोजन के लिए चालीस से पचास लाख रुपये लिए हैं: सोनू गहलोत

कुमार विश्वास के इस विवादित बयान पर लोगो के बीच गर्मागर्मी देखने को मिली। जहाँ भारतीय जनता पार्टी के कुछ कार्यकर्ताओं ने रामकथा बंद करने की धमकी दी। वही बुधवार को उज्जैन नगर निगम के पूर्व सभापति सोनू गहलोत (Sonu Gehlot) ने कुमार विश्वास के पोस्टर पर पहले कालिख पोती फिर इन पोस्टरों को फाड़कर विरोध जताया। उन्होंने कहा कि, कुमार विश्वास ने इस आयोजन के लिए चालीस से पचास लाख रुपये लिए हैं। उसने जो टिप्पणी की है, उसकी हम घोर शब्दों में निंदा करते हैं।

कुमार विश्वास ने एक वीडियो जारी कर मांगी माफ़ी

जब यह विरोध काफी ज्यादा बढ़ गया तो कुमार विश्वास ने एक वीडियो जारी किया। उन्होंने कहा कि, “बहुत खराब स्वास्थ्य और बुखार के बावजूद, बाबा महाकाल की कृपा से मैं दो घंटे से अधिक समय तक रामकथा और उसकी प्रासंगिकता पर बोल सका। कथा प्रसंग में मेरे कार्यालय में काम करने वाले एक बालक पर मैंने टिप्पणी की। संयोग से वह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ में काम करता है। पढ़ता-लिखता कम है, बोलता ज्यादा है। मैंने उससे कहा कि तुम पढ़ा-लिखा करो। वामपंथी कुपढ़ है और तुम अनपढ़ हो। बस इतनी-सी बात थी। कुछ विघ्न संतोषियों ने इसे फैला दिया।”

जिन्होंने यह विघ्न संतोष पैदा किया है, ईश्वर उनकी भी बुद्धि मलिनता से दूर करें: विश्वास

कुछ मित्रों ने कहा कि, “हम इस कथा को भंग करेंगे। आप यह याद रखियेगा कि राम की कथा को कौन भंग करते हैं? मैं उज्जैन के सभी मित्रों से आग्रह करता हूं कि वह सभी वहाँ पहुंचे और मैं जो बोल रहा हूँ, उसका अर्थ उस तरह से लगाएं, जो मैं बोल रहा हूँ। यदि आप इसे नए अर्थ के लिए समझेंगे तो मैं उसके लिए जिम्मेदार नहीं हूँ। तदुपरांत आपकी सामान्य बुद्धि में यह प्रसंग किसी और तरीके से चला गया हो तो उसके लिए मुझे माफ करें। मुझे क्षमा करें। प्रार्थना करूंगा कि जिन्होंने यह विघ्न संतोष पैदा किया है, ईश्वर उनकी भी बुद्धि मलिनता से दूर करें।”