जान लीजिये AUTOMATIC CARS के फयदे और नुकसान!

ऑटोमेटिक कारों से कौन-कौन से लाभ होंगे अथवा कौन-कौन से नुकसान हो सकते है

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ऑटो इंडस्ट्री के इस बदलाव के दौर में प्रोडक्ट्स, जिनमें फोर व्हीलर हो या टू व्हीलर नए-नए फीचर्स आ रहे है, जिसमें एक मुख्य बदलाव कारों को ऑटोमेटिक बनाना भी है और यही बदलाव आज सबसे ज्यादा चर्चा में भी चल रहा है। आज के इस दिखावट के दौर में बड़े-बड़े बिजनेसमैन नई-नई गाड़ियां खरीद रहे हैं। जिनमें सबसे ज्यादा स्पोर्ट्स और ऑटोमेटिक कारों की डिमांड होती है। लेकिन आज हम आपको ऑटोमेटिक कारों से कौन-कौन से लाभ होंगे अथवा कौन-कौन से नुकसान हो सकते है,इस के बारे में बताएंगे।

ऑटोमैटिक कार

ऑटोमेटिक कारों को उपयोग करने से यह फायदा रहता है कि आपकी हर दिन की फिक्स भरी रूटीन लाइफ में और भीड़-भाड़ वाले इलाकों में आराम से ड्राइव करने की फैसिलिटी देता है। ऑटोमेटिक कारों में मौजूद ऑटोमेटिक गियर बॉक्स जिससे यह खुद ही परिस्थिति के अनुसार बदल जाते हैं। इसमें एक कारण यह भी है कि AMT और MT कार के माइलेज में भी ज्यादा बड़ा अंतर नहीं होता है, जिस कारण आज कल ग्राहक ऑटोमैटिक कार खरीदना ज्यादा पसंद कर रहे हैं।

क्या है ?ऑटोमेटिक कारो के फायदे

इनका यूज आप आसानी से कर सकते है।
यह स्टॉप एंड गो ट्रैफिक के लिए एक बहुत शानदार विकल्प है।
जो ड्राइविंग सिखाते हैं उनके लिए यह बेहतर फीचर उपलब्ध करवाती है।
इनकी अच्छी रीसेल वैल्यू होना।
ड्राइविंग करते समय स्मूथ और झटका नहीं लगना।

ऑटोमेटिक कारो के नुकसान

ऑटोमेटिक कार मैन्युअल कार के मुकाबले महंगी होती है।
इनके मेंटेनेंस का कॉस्ट नॉर्मल से ज्यादा होता है।
माइलेज में भी थोड़ा बहुत अंतर देखने को मिलता है।

भारत में मौजूद मिड बजट ऑटोमैटिक कारें।

मारुति सुजुकी ऑल्टो
मारुति सुजुकी वैगन आर
मारुति सुजुकी बलेनो मारुति सुजुकी स्विफ्ट
टाटा टियागो
टाटा नेक्सन
हुंडई वेन्यू
मारुति सुजुकी ब्रेजा
मारुति सुजुकी डिजायर
हुंडई क्रेटा
किआ सेल्टॉस
किआ सॉनेट
महिंद्रा थार
रेनॉ क्विड
रेनॉ डस्टर
मारुति सुजुकी एस-प्रेसो
हुंडई सेंट्रो

ऑटोमेटिक कार ड्राइविंग टिप्स, अगर आप भी ऑटोमेटिक कार चलाना चाहते हैं तो आपके लिए यहां कुछ ड्राइविंग टिप्स।

ऑटोमैटिक कार चलाते समय लिवर तब तक न्यूट्रल पर न करें, जब तक ये पूरी तरह रुक न जाये। ऑटोमैटिक कारों में क्लच नहीं दिया होता है, इसलिए लेफ्ट पैर खाली रखें। जबकि राइट पैर का उपयोग मैन्युअल कार में करते थे वैसे ही करें।
ऑटोमैटिक कार को पार्क करते समय गियर लिवर P मोड पर कर दें और हैंड ब्रेक लगा दें।

ऑटोमैटिक कार की ड्राइविंग आसान या मुश्किल

ड्राइविंग की बात कर तो मैन्युअल कार की बजाय ऑटोमेटिक कार ज्यादा आसान होती है। अगर कोई ड्राइविंग सीख रहा है तब यह उसके लिए काफी आसान रहेगा। ऑटोमेटिक कर में दिए गए ऑटोमेटिक गियर बॉक्स कंडीशन के अकॉर्डिंग अपने आप ही गियर चेंज कर लेते हैं जो आपकी डेली रूटीन की जिंदगी में ट्रैफिक वाले रास्तों को और भी आसान बना देती है।