कौशांबी जनपद में 07 अप्रैल को वादी सुभाष पुत्र स्व0 लोकनाथ निवासी ग्राम बाले का पुरवा थाना मोहब्बतपुर पइंसा जनपद कौशाम्बी द्वारा पुलिस कार्यालय में शिकायती प्रार्थना पत्र देते हुए बताया गया कि अज्ञात लोगों द्वारा सोलर नलकूप स्कीम का अधिकारी बताकर प्रार्थी की माता का आधार, राशन कार्ड, बैंक पासबुक की स्वहस्ताक्षरित फोटो कॉपी ले गये तथा बताए कि जल्द ही आपका सोलर नलकूप लग जाएगा, लगभग 01 सप्ताह बाद दोबारा प्रार्थी के घर उक्त लोग आये और एक आधार अपडेट फॉर्म में प्रार्थी की माता का अंगूठा/निशान लगाकर ले गए।
पुनः दिनांक 06.04.2024 की शाम को प्रार्थी के मोबाइल पर फोन करके आधार अपडेट करने व रुकी हुई पेंशन नकद ले लेने हेतु सैनी बुलाया जिस पर प्रार्थी को शक हुआ कि उसके साथ उक्त लोगों द्वारा कोई गम्भीर फ्राड़ किया जा सकता है। पुलिस अधीक्षक कौशाम्बी द्वारा घटना की गम्भीरता को देखते हुए साइबर थाने को अभियोग पंजीकृत कर सफल अनावरण हेतु निर्देशित किया गया था।
इसी क्रम में आज दिनांक 09.04.2024 को साइबर क्राइम थाना पुलिस को मुखबिर खास से सूचना प्राप्त हुई कि कुछ लोग 04 पाहिया गाड़ी होण्डा सिटी नं0 यूपी 32 एमएम 1020 में सिराथू से मोहब्बतपुर पइंसा जाने वाली सड़क पर रेलवे ओवर ब्रिज के पास खड़े हैं जो कि फर्जी आधार कार्ड बनवाकर फ्राड़ करते हैं, जिस पर साइबर थाना व सर्विलांस सेल की संयुक्त पुलिस टीम द्वारा मुखबिर द्वारा बताए गए स्थान से 03 अभियुक्तों 1. पियूष श्रीवास्तव पुत्र राकेश कुमार श्रीवास्तव निवासी सी/166 राजाजीपुरम थाना तालकटोरा जनपद लखनऊ 2. अंशुल अवस्थी पुत्र स्व0 प्रसिद्ध नारायण अवस्थी निवासी एफ 1/69 राजाजीपुर आवास विकास कालोनी थाना तालकटोरा जनपद लखनऊ 3. रंजीत पुत्र भवर सिंह निवासी गोवानिया थाना नासीराबाद जनपद अजमेर, राजस्थान को हिरासत में लिया गया तथा जामा तलाशी से अभियुक्तों के पास से 01 अदद फिंगर स्कैनर डिवाइस, 01 अदद लैपटॉप, 02 अदद एक ही आधार नम्बर के अलग-अलग नाम के कूटरचित आधार कार्ड व 04 अदद मोबाइल फोन बरामद किया गया । विधिक कार्यवाही के पश्चात अभियुक्तों को माननीय न्यायालय भेजा जा रहा हैं।
अभियुक्तों से पूछताछ करने पर उनके द्वारा बताया गया कि हम लोग मिलकर सीधे-साधे व कम पढ़े-लिखे लोगों को सरकारी योजनाओं के बारे में बताकर धोखे से आधार कार्ड संशोधन फार्म में अपना व अपने लोगों का मोबाइल नम्बर डाल देते हैं तथा फिंगर स्कैनर डिवाइस पर फिंगर लगवाकर कूट रचित दस्तावेज तैयार करते हैं साथ ही साथ किसी बैंक में खाता खोलकर उस बैंक खाते में भी अपने लोगों का मोबाइल नम्बर लिंक करा देते हैं। तथा उस बैंक खाते में हमारे गिरोह के सदस्य आम लोगों से साइबर फ्राड़ के जरिए घोखाधड़ी से पैसे मंगवाते हैं।
जिनका हम उपभोग करते हैं तथा हम लोगों के गिरोह का मुख्य सरगना सुनील कुमार गुर्जर उर्फ मोंटी है जो सुत्तर खाना थाना नासीराबाद जनपद अजमेर, राजस्थान का रहने वाला है जो पहले भी कई बार इसी तरह के फ्राड़ में सम्मिलित रहा है एवं चर्चित पशुधन घोटाले में एसटीएफ द्वारा गिरफ्तार कर जेला भेजा जा चुका हैं। इसी प्रकार हम लोग योजनाबद्ध तरीके से बाले का पुरवा निवासी सीता देवी का ऑनलाइन आधार कार्ड संशोधन फार्म पर हस्ताक्षर कराकर उस पर अपने लोगों का मोबाइल नम्बर डालकर आधार कार्ड अपडेट व बैंक खाता खोलने की प्रक्रिया करने ही वाले थे कि हम लोग पकड़े गये।