जल जीवन मिशन घोटाला: पूर्व मंत्री महेश जोशी के ठिकानों पर ईडी का छापा

जल जीवन मिशन (Jal Jeevan Mission) के तहत राजस्थान के ग्रामीण इलाकों में पीने का साफ पानी पहुंचाने का लक्ष्य तय किया गया था।

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जल जीवन मिशन घोटाले (Jal Jeevan Mission Scam) को लेकर राजस्थान में पूर्व मंत्री महेश जोशी (Mahesh Joshi) और उनके सहयोगियों के ठिकानों पर आज प्रवर्तन निदेशालय ने छापेमारी की है। जल जीवन मिशन (Jal Jeevan Mission) के तहत राजस्थान के ग्रामीण इलाकों में पीने का साफ पानी पहुंचाने का लक्ष्य तय किया गया था।

राजस्थान सरकार ने इस योजना के लिए राज्य सरकार ने हजारों करोड़ रुपये भी दिए, लेकिन हर घर नल पहुंचाने में सबसे फिसड्डी साबित हुई। आरोप है कि इस योजना के नाम पर भी हजारों करोड़ का घोटाला किया गया। इसके लिए नियम कायदे और कानून को तोड़कर गणपति ट्यूबबेल कंपनी और श्री श्याम ट्यूबल कंपनी शाहपुरा को ठेका भी दिया गया। इन दोनों कंपनियों ने 1000 करोड़ रुपये का घोटाला किया।

मिल रही जानकारी के मुताबिक, गणपति कंपनी ने फर्जी दस्तावेज के आधार पर 2 साल में 900 करोड़ के वर्क आर्डर लिए। घोटाले में पीएचईडी के कई अधिकारी शामिल रहे। घोटाले के बारे में किसी को पता ना चल सके इसके लिए ई-मेल आईडी और प्रमाण पत्र भी फर्जी बनाए गए हैं। भारत सरकार के उपक्रम इरकॉन के नाम पर फर्जी लेटर हेड पर राजस्थान सरकार ने वर्क ऑर्डर जारी कर दी। इस मामले में 20, 000 करोड़ का मोटा-मोटा खेल हुआ है।