उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर (Muzaffarnagar) में एक शिक्षक की सिपाही के द्वारा गोली मारकर हत्या किये जाने के बाद इटावा (Etawah) में शिक्षक संघ के लोग सड़कों पर उतर आए और उन्होंने जमकर प्रदर्शन करते हुए आरोपी सिपाही के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
शिक्षकों ने अपना कामकाज किया बंद
यूपी के मुजफ्फरनगर (Muzaffarnagar) में शिक्षक धर्मेंद्र कुमार की सिपाही के द्वारा गोली मारकर हत्या किये जाने के मामले में इटावा (Etawah) में शिक्षक संघ के लोगों ने सड़कों पर उतरकर विरोध प्रदर्शन किया। यहां शिक्षक एक जुट होकर राजकीय इंटर कॉलेज के बाहर पहुंचे जहां उन्होंने शिक्षक एकता जिंदाबाद के नारे लगाते हुए मीडिया से बातचीत करते हुए कहा हमारे एक शिक्षक की एक सिपाही के द्वारा गोली मारकर हत्या कर दी गई है। हमारा शिक्षक वाराणसी से मुजफ्फरनगर में कॉपी मूल्यांकन के लिए लेने गए हुए थे तभी उनके साथ में सुरक्षा के लिए तैनात किए गए एक सिपाही ने गोली मार दी जिससे उनकी मौत हो गई। इसी को लेकर हम लोग विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं और कार्य बहिष्कार किया है।
परिवार के एक सदस्य को मिले सरकारी नौकरी
मूल्यांकन कॉपी का कार्य बहिष्कार कर रहे शिक्षकों का कहना है कि हम लोगों ने आज कार्य बहिष्कार किया है। हम लोग चाहते हैं कि जिस सिपाही ने शिक्षक को गोली मारी है उसके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाए और शिक्षक के परिवार के लोगों को एक करोड रुपए का मुहाबजा दिया जाए और इसी के साथ-साथ परिवार की एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने का काम किया जाए। शिक्षकों का कहना है कि सुरक्षा और स्वाभिमान से कोई भी समझौता हम बर्दाश्त नहीं कर सकते हैं। जीजिस शिक्षक की हत्या की गई है उसका क्या कसूर था वह तो बस मूल्यांकन की कॉपी लेने के लिए गया हुआ था लेकिन उसकी हत्या कर दी गई। शिक्षक की हत्या की हम कड़ी निंदा करते हैं आगे से इस तरीके की कोई भी घटना ना कर सके शासन प्रशासन से मांग करते हैं।