Dewas: मध्य प्रदेश के देवास जिले (Dewas) का जिला अस्पताल अव्यवस्थाओं का पर्याय बन चुका है। इन अव्यवस्थाओं के कारण अक्सर आमजन यहां परेशान होते दिखाई देते हैं। आज हद तो तब हो गई जब एक प्रसुता को अस्पताल के स्टाफ ने 4 घंटे परेशान किया। पहले तो प्रसुता को एक माह बाद आने को कहा फिर बाद में बच्चे की धड़कन न मिलने के कारण रोक कर रखा। बाद में प्रसुता को बाथरुम भेजा गया, जहां बाथरुम में ही प्रसुता की डिलेवरी हो गई। मृत बच्चे की इस डिलेवरी के बाद परिजनों ने डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाया।
डॉक्टरों के अनुसार उक्त नवजात की मृत्यु कुछ दिन पहले ही हो चुकी थी। हालांकि कैमरे के सामने आते ही मौजूद डॉक्टर कमरे से चल दी। इसके बाद परिजन रिपोर्ट और डॉक्टर पर कार्यवाही की मांग को लेकर अस्पताल के गेट पर ही धरना देकर बैठ गये। अव्यवस्थाओं को लेकर परिजनों ने काफी हंगाम भी किया। इस दौरान अस्पताल में कोई भी जिम्मेदार अधिकारी मौजूद नही थे। बाद में पुलिस की टीम आई। उसके बाद आरएमओ और फिर तहसीलदार।
कुल मिलाकर अस्पताल में व्यवस्थाओं पर पूर्णतः पानी फिर चुका है। बता दें यह वही अस्पताल है जहां से कुछ दिनों पहले एक नवजात बच्ची चोरी हो गई थी और आज तक उसका पता नही चल सका है। प्रसुति के मामले में बिन पैसे यहां कोई काम नही होता है। यदि यह प्रसुति नही होती और प्रसुता को लेकर जल्दी डिलीवरी नही होती तो इन्फेक्शन के कारण मां की जान को भी खतरा हो सकता था। इस मामले में फिलहाल कोई भी जिम्मेदार सामने नही आये। वहीं जिम्मेदार डॉक्टर साधना वर्मा कैमरे के सामने आने से पहले ही चली गई।