चीन के विदेश मंत्री चिन गांग (Chin-Gang) G20 विदेश मंत्रियों की बैठक में शामिल होने के लिए दिल्ली हवाईअड्डे पहुँचे। वे यहाँ G20 समिट में भारत से रिश्ते बेहतर करने पर चर्चा कर सकते हैं। विदेश मंत्रियों की बैठक में वे भारतीय समकक्ष एस.जयशंकर (S. Jaishankar) से मुलाकात कर सकते हैं। चिन गांग (Chin-Gang) ने पिछले साल ही विदेश मंत्री का पद संभाला था। पद संभालने के बाद यह उनका पहला भारतीय दौरा है। वे यहाँ पहली बार एस.जयशंकर (S.Jaishankar) से मुलाकात करेंगे।
वह भारत के साथ अपने संबंधों को महत्व देते है: चिन गांग
इससे पहले चीन के विदेश मंत्री चिन गांग (Chin-Gang) की भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर (S. Jaishankar) के साथ संभावित मुलाकात से पहले बीजिंग ने कहा कि, वह भारत के साथ अपने संबंधों को महत्व देते है। दोनों देशों के बीच मजबूत संबंध दोनों देशों और उनके लोगों के हित में हैं।
हांगकांग के अखबार साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट ने चिन गांग के इस भारत दौरे को संबंधों में सुधारवादी कदम बताते हुए कहा कि, पिछले साल चीन के विदेश मंत्री का पद संभालने के बाद यह चिन गांग का पहला भारत दौरा है। पूर्वी लद्दाख गतिरोध को सुलझाने के लिए 17वें दौर की उच्चस्तरीय सैन्य वार्ता के मद्देनजर दोनों देशों के विदेश मंत्रियों की इस मुलाकात का बहुत महत्व है।
चीन और भारत दोनों ही प्राचीन सिविलाइजेशन सभ्यताएं हैं
उन्होंने कहा कि, चीन और भारत दोनों ही प्राचीन सिविलाइजेशन सभ्यताएं हैं। दोनों देशों की आबादी एक- एक अरब से ज्यादा है। हम पड़ोसी हैं और दोनों विश्व में उभरती अर्थव्यवस्थाएं हैं। चीन और भारत के प्रगाढ़ संबंध दोनों देशों और उनके लोगों के हितों के लिए काफी मायने रखते हैं। विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता माओ ने हालांकि जयशंकर के साथ चिन गांग की बैठक की पुष्टि तो नहीं की है, लेकिन इतना कहा है कि चिन गांग के भारत दौरे के जानकारी को सार्वजनिक किया जाएगा।
दरअसल, मई 2020 में पूर्वी लद्दाख गतिरोध की वजह से दोनों देशों के बीच संबंधों में खटास आ गई थी। इस गतिरोध को सुलझाने के लिए अभी तक दोनों देशों की 17 दौर की हाईलेवल की सैन्य वार्ताएं हो चुकी हैं।