बजट में बड़ी घोषणा, केजरीवाल सरकार देगी महिलाओ को हर महीने इतने रूपए

आतिशी ने दिल्ली का 2024-25 का अपना पहला बजट पेश करते हुए ये कहा कि 2013 में जब हम राजनीति में आए थे। तब लोगों का राजनीति से भरोसा उठा हुआ था।

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अरविन्द केजरीवाल सरकार ने बजट में बड़ी घोषणा की है। 18 साल से ऊपर की हर महिला को अरविंद केजरीवाल सरकार 1000 रुपये देगी। दिल्ली सरकार ने हर महीने हर व्यस्क महिला को ₹1000 देने के लिए मुख्यमंत्री महिला सम्मान योजना में 2000 करोड़ रुपये के बजट प्रावधान किया है। दिल्ली की वित्त मंत्री आतिशी ने दिल्ली का 2024-25 का अपना पहला बजट पेश करते हुए ये भी कहा कि 2013 में जब हम राजनीति में आए थे। तब लोगों का राजनीति से भरोसा उठा हुआ था।

लोग वोट तो डालते थे, लेकिन लगता था वोट से क्या होगा। घर कैसे चलेगा, इलाज कैसे होगा, बच्चे पढ़ाने में संघर्ष करना पड़ता था। इन सब के चलते लोगों का सरकार से नहीं वोट से भी भरोसा उठ गया था। ऐसे में दिल्ली के लोगों के लिए अरविंद केजरीवाल उम्मीद की किरण बनकर आए। दिल्ली के लोगों ने उनकी सच्चाई और ईमानदारी पर भरोसा किया और भारी बहुमत से अपना मुख्यमंत्री बनाया। हमने दिल्ली में रामराज्य के सपने को साकार करने का संकल्प लिया।

राम राज्य के सपने को साकार करने के लिए पिछले 9 साल से दिन रात लगे हुए हैं। रामराज के लिए हमको लंबी दूरी तय करनी है। पिछले 10 साल में दिल्ली के आम लोगों की जिंदगी में आमूल चूल परिवर्तन आया है। पिछले 10 साल का सफर लोगों के लिए बदलाव का सफर रहा है। जब हम दिल्ली के लोगों के बीच में जाते हैं तो हमको अपना रिपोर्ट कार्ड रोजाना मिलता है। आज मैं सदन के सामने पिछले 10 साल में राम राज्य के प्रति दिल्ली के बढ़ते कदमों का रिपोर्ट कार्ड पेश करूंगी।

हम अयोध्या की तरह दिल्ली में भी समृद्धि लाने की कोशिश कर रहे हैं। 2014-15 की तुलना में दिल्ली की प्रति व्यक्ति आय अब राष्ट्रीय औसत से लगभग 2.5 ज़्यादा है। एक ईमानदार सरकार होने के नाते दिल्ली सरकार के राजस्व में बढ़ोतरी हुई। 2014-15 के 30 हज़ार करोड़ से बढ़कर आज 76,000 करोड़ का बजट पेश करूंगी।

कहा जाता है राम राज्य में कोई गरीब नहीं था, हर परिवार समृद्ध था। अरविंद केजरीवाल मानते हैं गरीबी दूर करने का एक ही तरीका है, हर बच्चे को अच्छी शिक्षा। जब दिल्ली वालों ने अरविंद केजरीवाल को अपना मुख्यमंत्री चुना तो उन्होंने शिक्षा को अपना राजधर्म बनाया और शिक्षा के क्षेत्र में आमूलचूल परिवर्तन लेकर आए। दिल्ली के सरकारी स्कूलों की हालत बहुत खराब थी, इंफ्रास्ट्रक्चर नहीं था टीचर नहीं थे साफ-सफाई नहीं थी।

उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल जी ने दिल्ली के सरकारी स्कूलों का काया पलट कर दिया। आज एक आम घर का लड़का दिल्ली सरकार के स्कूलों से पढ़कर किसी भी ऊंचाई को छू सकता है। 2023-24 में 2121 दिल्ली सरकार के स्कूलों बच्चों ने NEET क्लीयर किया। 2014-15 में सरकार आते ही शिक्षा का बजट 6554 करोड़ से बढ़ाकर आज 16,396 करोड़ हो गया। 9 साल में हमने 22,711 नए क्लासरूम बनाए, रंग बिरंगे क्लासरूम हैं। अत्यधिक लैबोरेट्री हैं।

आतिशी ने कहा, हर स्कूल में स्मार्ट क्लासरूम है। सीढ़ियां टूटी हुई थीं तो आज लिफ्ट लगाई हुई है। तीन टप्पर वाले स्कूल आज टैलेंट वाले स्कूल बन गए हैं। पिछले 9 सालों में 400 से ज्यादा सरकारी स्कूल के प्रिंसिपल को कैंब्रिज और 950 से ज्यादा टीचर्स को सिंगापुर ट्रेनिंग के लिए भेजा। 1700 प्रिंसिपल को आईआईएम अहमदाबाद में ट्रेनिंग के लिए भेजा। दिल्ली में शिक्षा क्रांति लाने में किसी एक व्यक्ति की सबसे महत्वपूर्ण भूमिका रही तो वह है मेरे बड़े भाई मनीष सिसोदिया।

राम राज्य में किसी की अल्प आयु में मृत्यु नहीं होती। सब लोग स्वस्थ रहते हैं, दुर्भाग्य है कि देश मे हम लोग इस परिकल्पना से अभी बहुत दूर हैं। सरकारी अस्पतालों का हाल यह हुआ करता कि आप वहां पर जाएंगे और ठीक होने की बजाय उल्टा बीमारी लेकर आ जाएंगे। सरकारी हेल्थ केयर सिस्टम दिल्ली में खुद ही बीमार था। लोगों को प्राइवेट में इलाज करने में घर मकान और जेवर गिरवी रखने की नौबत आ जाती थी। केजरीवाल सरकार ने प्रण लिया कि दिल्ली के हर व्यक्ति को वर्ल्ड क्लास स्वास्थ्य सुविधा देंगे। दिल्ली सरकार के अस्पतालों में 9523 बेड से बढ़कर 13 हज़ार से ज़्यादा बेड हो गए हैं। दिल्ली सरकार ने स्वास्थ्य का बजट 8685 करोड़ रखा। 6215 करोड़ दिल्ली सरकार के अस्पतालों के रखरखाव और सुविधाओं के लिए 212 करोड़ रुपये मोहल्ला क्लीनिक के लिए। आतिशी ने पूर्व स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन का धन्यवाद किया।

आतिशी ने आगे कहा कि प्रभु राम के राज्य में सभी के सुखी और स्वस्थ रहने की बात कही गई है। केजरीवाल सरकार में आने के बाद से हमने कोशिश की कि सभी को फ्री और बेहतर इलाज दे सकें। आज हमारे 38 अस्पतालों में 81 हज़ार OPD मरीज़ों का हर दिन फ्री इलाज होता है। आज 13,800 बेड हैं, डेढ़ गुना ज़्यादा मरीज़ों की देखभाल कर पाते हैं। हमने व्यवस्था की है कि सरकारी अस्पताल में अगर एक महीने से ज़्यादा की डेट मिलती है तो प्राइवेट अस्पताल में फ्री ऑपरेशन करा सकते हैं।

हमने सबके लिए फ्री टेस्ट की व्यवस्था की है। हमारी एंबुलेंस का एवरेज रेस्पोंस टाइम 55 मिनट से घटकर 15 मिनट हो गया है। हमने फ़रिश्ते स्कीम की शुरुआत की। सड़क दुर्घटना में घायल हुए ऐसे 22 हज़ार लोगों की अब तक हम जान बचा चुके हैं। मोहल्ला क्लीनिक में अब तक सात करोड़ से भी ज़्यादा OPD हो चुके हैं। जैसे भगवान हनुमान संजीवनी का पहाड़ लेकर आए थे उसी तरह सत्येंद्र जैन ने दिल्ली की स्वास्थ्य व्यवस्था को पुनर्जीवित किया। स्वास्थ्य के लिए बजट में 8685 करोड़ का प्रावधान कर रहे हैं।