समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) को जमीयत उलमा-ए- हिंद (Jamiat Ulama-e-Hind) के अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी (Arshad Madani) ने पत्र लिखकर तीन संसदीय क्षेत्रों से मुस्लिमों को प्रत्याशी बनाने की मांग की है। 24 फरवरी को लिखा पत्र सोशल मीडिया पर अब वायरल हो रहा है।
अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) को भेजे गए पत्र में मौलाना अरशद मदनी (Arshad Madani) ने कहा कि मैं आपसे मिलना चाहता था, लेकिन स्वास्थ्य की खराबी और आपकी व्यस्तता के कारण मुलाकात नहीं हो सकी। आपने राज्यसभा की तीन सीटों में से एक भी सीट मुसलमान को नहीं दी, जबकि समाजवादी पार्टी विधानसभा और संसद दोनों में मुसलमानों के वोट के बिना सफल नहीं हो सकती और न सरकार बना सकती है। इसलिए मुसलमानों के मन को साफ करने के लिए मेरा आपसे पुरजोर अनुरोध है कि फर्रुखाबाद से सलमान खुर्शीद, रामपुर से नसीमुद्दीन सिद्दिकी को टिकट दें, जबकि मुरादाबाद से एसटी हसन साहब को न हटाएं, नहीं तो इसका परिणाम बुरा होने का खतरा है। आशा है कि आप इस पर ध्यान देंगे।
गौरतलब हो कि 2019 के चुनाव में सपा और बसपा में गठबंधन था। तब यह सीट सपा के खाते में गई थी। यहां से पार्टी के महासचिव आजम खां जीते थे। उपचुनाव में सीट भाजपा के पास चली गई। इस बार सपा और कांग्रेस का गठबंधन है। अब यह सीट सपा के खाते में है।