यमुना का जलस्तर अब भी खतरे के निशान से तीन मीटर ऊपर

16 हजार बाढ़ पीड़ितों को 2700 राहत शिविरों में रखा गया है। जलमग्न इलाकों से लोगों को निकालने के लिए एनडीआरएफ की 16 टीमें दिन रात लगी हुई हैं।

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दिल्ली में यमुना का जलस्तर अब भी खतरे के निशान से तीन मीटर ऊपर है। वही बृहस्पतिवार शाम के बाद से दिल्ली के नए इलाकों में भी यमुना का पानी प्रवेश कर गया है। इधर निचले इलाके में रहने वाले लोगों की परेशानी कम नहीं हो रही है। जिनके घरों में पानी घुस गया है उन लोगों को बाहर निकालने की कोशिश अब भी जारी है। तो वहीं राष्ट्रीय राजधानी में पीने के पानी की भी कमी हो गई है। दिल्ली सरकार ने यमुना नदी में बढ़ते जलस्तर के कारण तीन जल शोधन संयंत्रों के बंद हो जाने के बाद आपूर्ति में 25 प्रतिशत की कटौती करने का फैसला किया है।

केजरीवाल ने किया ट्वीट

मिली जानकारी के अनुसार, वजीराबाद स्थित वाटर ट्रीटमेंट प्लांट का दौरा करने वाले मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने पानी की गंभीर कमी से निपटने के लिए आपूर्ति को तर्कसंगत बनाने की चेतावनी दी है। आपूर्ति को तर्कसंगत बनाने का अर्थ है कि आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए सबके हितों के अनुसार पानी भेजा जाए।

अरविन्द केजरीवाल ने ट्वीट किया, ‘यमुना नदी में जलस्तर बढ़ने से कई जल शोधन संयंत्र बंद करने पड़े हैं। यमुना किनारे बने वजीराबाद वाटर ट्रीटमेंट प्लांट का मैंने खुद दौरा किया। जैसे ही स्थिति यहां सामान्य होगी हम इसे जल्द शुरू करेंगे।’ मुख्यमंत्री केजरीवाल ने ट्वीट में यमुना में जलस्तर के बढ़ने से वजीराबाद, चंद्रावल और ओखला जल शोधन संयंत्रों को बंद होने की सूचना दी थी।

16 हजार बाढ़ पीड़ितों को 2700 राहत शिविरों में रखा गया

बताया गया है कि 16 हजार बाढ़ पीड़ितों को 2700 राहत शिविरों में रखा गया है। जलमग्न इलाकों से लोगों को निकालने के लिए एनडीआरएफ की 16 टीमें दिन रात लगी हुई हैं, तो फ्रांस दौरे पर गए पीएम मोदी खुद दिल्ली के हालात पर नजर बनाए हुए हैं। पीएम मोदी ने गृह मंत्री अमित शाह को फोन कर हालात की जानकारी ली।

दिल्ली में एक ओर जहां यमुना के पानी को रोके जाने की कोशिश जारी है तो वहीं गुरुवार शाम को ड्रेन नंबर 12 पर इंद्रप्रस्थ बस स्टैंड और WHO बिल्डिंग के पास एक I&FC रेगुलेटर क्षतिग्रस्त हो गया। जिससे बैक फ्लो का पानी वापस शहर में प्रवेश करने लगा। इसके बाद मजदूरों को लगाकर रात भर पानी रोकने की कोशिश की गई।