क्या 2024 में भी लहरा पायेगी बीजेपी अपना परचम

अटल से सफल तक का सफर भारतीय जनता पार्टी ने तय किया।

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लहरों से डर कर नौका पार नहीं होती,
कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती,

हाँ इस कथ्य में कोई मिथ्या नहीं है। यह बात हम प्रमाणित भी कर सकते है। जी हां! तो बात करेंगे आज उस दो सीट से 303 सीट तक का सफर करने वाली पार्टी भारत के इतिहास में सबसे पहली पूर्ण बहुमत की सरकार लाने वाली अपने ऐतिहासिक राजनीतिक नतीजे से संपूर्ण विश्व को विश्व में डालने वाली पार्टी और सॉफ्ट हिंदुत्व की छवि के साथ भारत के लोकतंत्र में काबिज होने वाली पार्टी जी हां! हम बात कर रहे हैं, भारतीय जनता पार्टी की जिसका भूगोल भविष्य वर्तमान भूत आज आपको इस आर्टिकल के माध्यम से बताएंगे कि किस प्रकार से अटल से सफल तक का सफर भारतीय जनता पार्टी ने तय किया। भारतीय जनता पार्टी की उत्पत्ति भारतीय जनसंघ से हुई, जिसकी स्थापना 1951 में भारतीय राजनीतिज्ञ श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने की 1975 एवं 1977 इमरजेंसी के भयानक दौर के बाद भारतीय जनसंघ का विलय हुआ और वह जनता पार्टी के नाम से जाना गया। इस जनता पार्टी ने 1977 के आम चुनाव में तत्कालीन कांग्रेस को हराया 3 साल तक सत्ता पर काबिज भी रहा परंतु आपसी राजनीतिक मतभेदों के कारण 1980 में जनता पार्टी का भी समापन हो गया और यही से इतिहास शुरू होता है। भारतीय जनता पार्टी की स्थापना 6 अप्रैल 1980 को रविवार के दिन स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेई की अध्यक्षता में हुई।

आधुनिक भाजपा ने 1984 के लोकसभा चुनाव में दो सीट के साथ अपना खाता खोला। अगर बात करें, भाजपा के निर्माता की तो उनमें तीन चेहरे सबसे प्रमुख माने जाते हैं सबसे पहले स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेई, दूसरा चेहरा लाल कृष्ण आडवाणी और तीसरा डॉक्टर मुरली मनोहर जोशी। इन तीनों की कड़ी मेहनत लगन और निष्ठा के कारण पार्टी को दिन पर दिन सफलता मिलती रही। पूरे देश में लोकसभा चुनाव का शंखनाद हो चुका था चुनाव थे उन्हें 1996 के लोकसभा चुनाव जिसमें अटल बिहारी वाजपेई ने गठबंधन के साथ अपनी सरकार बने और प्रधानमंत्री भी बने परंतु उनका कार्यकाल बहुत ही छोटा था मात्र 16 दिन की सरकार के प्रधानमंत्री के रूप में उन्होंने सरकार का नेतृत्व किया परंतु उसके बाद जनता दल के एचडी देव घोड़ा ने उनकी सरकार गिरा दी। इस अविश्वास प्रस्ताव पर अटल जी ने लोकसभा में बात की और प्रयास करते रहे। ऐसे ही करते-करते तीन बार अटल जी प्रधानमंत्री रहे और उन्होंने अपना कार्यकाल 1999 से 2004 के बीच में प्रधानमंत्री के रूप में पूरा किया अब बारी आती है जब भारतीय जनता पार्टी का परचम पूरे भारत में लहरा रहा था और इस पूरे परचम को लहराने में मुख्य रूप से हाथ था तत्कालीन गुजरात के मुख्यमंत्री भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य नरेंद्र दामोदरदास मोदी का 2014 के आम चुनाव में भारतीय जनता पार्टी की प्रचंड लहर और सब की जुबान पर एक ही नाम मोदी मोदी मोदी भाजपा का मैजिक था या मोदी मैजिक यह तो नहीं समझ आ रहा था पर 2014 की लोकसभा सीट में पहली बार भारतीय जनता पार्टी पूर्ण बहुमत की सरकार बना पाई और प्रधानमंत्री के रूप में नरेंद्र मोदी ने अपना पूरा कार्यकाल 2019 में पूर्ण किया। अब 2024 में भी भाजपा अपना परचम लहरा पाती है या नहीं इस बात का पुरे भारत को इंतजार है।