पत्नी का किया मर्डर, 284 km दूर ले गया शव, किया गंगा किनारे अंतिम संस्कार

पुलिस ने बताया कि 26 नवंबर 2022 को शाम करीब 5 बजे डॉक्टर आशुतोष और उनकी पत्नी डॉक्टर वंदना शुक्ला के बीच मारपीट शुरू हुई थी. इस दौरान डॉक्टर वंदना के सिर पर कोई भारी चीज लगने से उनकी मौत हुई थी.

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उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी पुलिस ने एक डॉक्टर को पत्नी की हत्या के आरोप में हिरासत में लिया है. डॉ. आशुतोष अवस्थी पर अपनी डॉक्टर पत्नी वंदना की पीट-पीटकर हत्या करने और उसके शव को एक डिब्बे में भरकर अपने अस्पताल में ले गया. इसके बाद मृत व्यक्ति के शव को एंबुलेंस से गढ़मुक्तेश्वर ले जाया गया। जहां उसका अंतिम संस्कार कर दिया. इसके बाद उसने अपनी पत्नी के लापता होने की रिपोर्ट थाने में दर्ज करायी.

डॉक्टर आशुतोष अवस्थी की शादी फरवरी 2014 में गोंडा जिले की रहने वाली डॉक्टर वंदना शुक्ला के साथ हुई थी. आशुतोष और वंदना दोनों बीएमएस डॉक्टर थे और उन्होंने लखीमपुर शहर से सीतापुर रोड पर गौरी नाम से अस्पताल खोला था. पति-पत्नी साथ में ही इसी में प्रैक्टिस कर रहे थे. मार्च 2018 में डॉक्टर आशुतोष अवस्थी की छत से गिरकर उसकी पीठ की नस दब गई थी. जिसके बाद से उनके शरीर में काफी दिक्कतें होने लगी थी. फिर पति पत्नी के बीच आए दिन विवाद होने लगा.

2020 में टेस्ट ट्यूब बेबी के जरिए डॉक्टर वंदना ने जुड़वा बच्चों को जन्म दिया. बावजूद इसके डॉक्टर आशुतोष और डॉक्टर वंदना के बीच विवाद बढ़ता चला गया. दोनों के बीच आए दिन मारपीट भी होने लगी. 26 नवंबर 2022 को शाम करीब 5 बजे डॉक्टर आशुतोष और उनकी पत्नी डॉक्टर वंदना शुक्ला के बीच मारपीट शुरू हुई. इस दौरान डॉक्टर वंदना के सिर पर कोई भारी चीज लगी और जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई.

पत्नी की मौत की जानकारी आशुतोष ने अपने पिता गौरी शंकर अवस्थी को दी तभी पिता और पुत्र ने मिलकर वंदना के शव को ठिकाने लगाने की योजना बनाई. वंदना के शव को एक बड़े बक्से में रखकर वह पिकअप वैन के जरिए शहर के बाहर बने अपने अस्पताल में ले गया. इसके बाद एंबुलेंस के जरिए शव को 284 किलीमीटर दूर गढ़मुक्तेश्वर लेकर पहुंचे. जहां उन्होंने 1300 रुपये की पर्ची कटवाई और नदी किनारे अंतिम संस्कार कर दिया. फिर बाप-बेटे ने थाने में वंदना की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई.

पुलिस ने जांच शुरू की और मृतक वंदना का फोन और इलाके के सीसीटीवी चेक किए. इसके अलावा आस-पड़ोस के लोगों से पूछताछ की तो पता चला कि 26 नवंबर की रात आशुतोष अवस्थी के घर एक पिकअप वैन आई थी. जांच करते-करते पुलिस आशुतोष के अस्पताल पहुंची जहां से पता चला कि 27 नवंबर को एक एंबुलेंस आई थी. अस्पताल से एक शव को कहीं बाहर ले जाया गया. पुलिस ने अस्पताल के एंबुलेंस ड्राइवर के बयान लिए तो डॉक्टर आशुतोष पर कुछ शक गहराया और पुलिस ने उसे हिरासत में लिया. सख्ती से पूछताछ के बाद हत्या की पूरी कहानी खुलकर सामने आ गई. पुलिस ने हत्या और शव ठिकाने लगाने की साजिश में पिता-पुत्र को गिरफ्तार कर लिया.

पुलिस ने बताया कि आरोपी डॉक्टर ने अपना गुनाह कबूल कर लिया है. हत्या और शव को ठिकाने लगाने की साजिश के मामले में पुलिस ने पिता-पुत्र को गिरफ्तार कर लिया है और मामले की जांच की जा रही है.