कांग्रेस नेता राहुल गाँधी (Rahul Gandhi) को मानहानि मामले में दो साल की सजा मिलने और लोकसभा की सदस्यता खत्म होने के बाद राजनितिक गलियारों में काफी हंगामा मचा हुआ है। वही इन सबके बीच विपक्ष को एकजुट होने का भी बड़ा मौका मिला है। जहाँ लोकसभा से राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की अयोग्यता के विरोध में, वायनाड जिला कांग्रेस कमेटी आज ‘ब्लैक डे’ (Black Day) मनाएगी। इसकी जानकारी जिला कांग्रेस कमेटी वायनाड के अध्यक्ष एनडी अप्पाचन (ND Appachan) ने दी।
जहाँ शुक्रवार को पहले 14 विपक्षी पार्टियों ने केंद्रीय जांच एजेंसियों के कथित दुरुपयोग के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। इसके बाद राहुल गाँधी की सदस्यता खत्म होने की सूचना मिलने के बाद उनके समर्थन में कई विपक्ष के नेता खड़े दिखाई दिए।
राहुल गाँधी के समर्थन में उतरे कई विपक्षी दल
राहुल गाँधी के समर्थन में ऐसे दल भी खड़े हुए हैं। जिन्होंने इसी हफ्ते गैर बीजेपी -गैर कांग्रेस दलों को एकजुट करने की मुहिम स्टार्ट की थी। इस क्रम में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने सामजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) के बाद ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक (Naveen Patnaik) से मुलाकात की थी। इस मुहिम में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल (Arvind Kejriwal) का भी समर्थन हासिल था। अब इन नेताओं ने सरकार पर लोकतंत्र समाप्त करने और विपक्ष को प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है।
ममता और अखिलेश ने मोदी सरकार पर लोकतंत्र को खत्म करने का लगाया आरोप
इसी सप्ताह ममता बनर्जी और अखिलेश यादव ने गैरकांग्रेस विपक्ष की एकजुटता की मुहिम छेड़ी थी। ममता बनर्जी ने तो कांग्रेस नेता राहुल गाँधी को प्रधानमंत्री मोदी की टीआरपी बताया था। जबकि सपा के प्रमुख अखिलेश यादव ने बीजेपी के साथ ही कांग्रेस से भी समान दूरी बनाने की एलान किया था। हालांकि, शुक्रवार को ममता बनर्जी और अखिलेश यादव ने मोदी सरकार पर लोकतंत्र को खत्म करने की साजिश का आरोप लगाया है।
संविधान के खिलाफ लोकतांत्रिक मूल्यों का हनन हुआ है:शरद पवार
हालही में अखिलेश यादव ने कहा, राहुल गांधी को लोकसभा से अयोग्य ठहराना भाजपा की महंगाई, बेरोजगारी और अपने एक कारोबारी मित्र के मुद्दों से लोगों का ध्यान भटकाने की चाल है। वही, दूसरी तरफ एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार ने कहा, संविधान के खिलाफ लोकतांत्रिक मूल्यों का हनन हुआ है। इसकी जितनी निंदा की जाए कम है। यह सब देश की जनता देख रही है और इसका जवाब देगी।
हालाँकि, कांग्रेस नेता राहुल गाँधी के खिलाफ कार्रवाई के मामले में कई विपक्षी पार्टिया एकजुट में बोल रही है। अब देखना ये काफी दिलचस्प होगा की क्या यही पार्टिया आगे भी एकजुट रहती है या फिर अलग हो जाती है। फ़िलहाल कांग्रेस नेता राहुल गाँधी इन दिनों कई मुश्किलों से घिरे हुए है।