Madhya Pradesh: सागर जिले की बंडा विधानसभा के पिथोली ग्राम (Pitholi village) के ग्रामवासी पानी की समस्या से जूझ रहे हैं। गांव में जल निगम के अंतर्गत पानी की टंकी एवं नल जल योजना की स्वीकृत की गई थी। जहां ग्रामीणों ने बताया कि पानी की टंकी का काम 2 साल से चल रहा है जो अभी तक पूरा नहीं हो पाया है। ठेकेदार अपनी मनमर्जी से बहुत लेट लतीफी कर रहा है। अभी तक गांव में पाइप लाइन बिछाने का काम भी शुरू नहीं किया गया है।
स्थानिय लोगों ने बताया कि जब भी हम लोग ठेकेदार से पाइपलाइन डालने के बारे में बोलते हैं तो वह 4 से 6 दिन की बोलकर आश्वासन देता रहता है। ठेकेदार लगभग 6 महीना से ऐसा आश्वासन देते चला आ रहा है। ग्राम वासियों ने बताया कि हम लोग एक-दो किलोमीटर दूर बोर से कुप्पों से पानी भरने को मजबूर हैं। ग्राम पिथौली (Pitholi village) के सरपंच हरि सिंह लोधी एवं ग्राम वासियों ने इसकी शिकायत पीएचई में कई बार की लेकिन ठेकेदार उनसे भी दो-चार दिन की कह कर आश्वासन दे देता है।
बंडा विधायक को भी समस्या के बारे में अवगत कराया तो ठेकेदार ने उनसे भी दो-चार दिन मैं काम शुरू करने की बात कही, लेकिन काम शुरू नहीं किया। ग्राम पिथौली (Pitholi village) के सरपंच हरि सिंह लोधी ने बताया कि कि मैंने इसकी शिकायत जिला पंचायत सीईओ से की थी तो ठेकेदार पर 25000 का जुर्माना लगा दिया था, किन्तु जुर्माना भरने के बाद भी ठेकेदार ने काम शुरू नहीं किया।
उन्होंने बताया कि हमारे ग्राम पिथौली में बोरवेल्सों में पानी कम है जिससे आगे टंकी भरने में दिक्कत आएगी। इसलिए सभी ग्राम वासियों की की मांग है कि हमारे गांव की नल जल योजना को पगरा डैम या फिर उल्दन बांध से जोड़ा जाए या फिर पाइपलाइन के बिछाने के पहले टंकी भरने के लिए पानी की व्यवस्था की जाए। जब इस संबंध में बंडा पीएचई के एसडीओ मेघराज सिंह से बात की तो उन्होंने बताया कि ग्राम पिथौली में जल निगम के अंतर्गत पानी की टंकी एवं पाइप लाइन बिछाई जाना है। मुझे जानकारी है पिथौली के ग्राम वासियों को पानी की समस्या से बहुत परेशानी हो रही है। जिसमें टंकी का कार्य अंतिम चरण में चल रहा है जो लगभग पूरा होने वाला है। मैंने ठेकेदार से बात की है तो उन्होंने बुधवार से काम शुरू करने का बोला है।
जब इस संबंध में कंपनी के ठेकेदार से बात की तो उन्होंने कहा कि पाइपलाइन में डलने वाले पाइप 1 महीने पहले आ चुके है लेकिन मेरा पेमेंट पेंडिंग में है। मेरे बिलों का भुगतान नहीं हुआ है। जैसे ही भुगतान होगा तो मैं पाइपलाइन का कार्य करना शुरू कर दूंगा। अब यहाँ सवाल यह उठता है कि इस पूरे प्रकरण में ग्रामवासियों की क्या गलती है। आखिर कब तक पिथोरा के वासियों को पानी की समस्या से झूझना पड़ेगा।