सूरत: विश्व हिंदु परिषद् द्वारा गलत तरीके से गिरफ्तार की गयी काजल बेन सिंगला उर्फ काजल हिंदुस्तानी (Kajal Hindustani) मामले को लेकर सूरत जिला सेवा सदन में जिला कलेक्टर को आवेदन सौंपा है। गुजरात राज्य के सूरत शहर में विश्व हिन्दू परिषद् एवं तमाम हिंदू संस्थाओं द्वारा जिला कलेक्टर को आवेदन सौंपा गया।
काजल हिंदुस्तानी (Kajal Hindustani) को रिहाई मिले इसको लेकर हिंदू संस्थाओं द्वारा विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। उनकी गिरफ़्तारी से जनता में आक्रोश है। उनका कहना है कि हिंदू शेरनी काजल हिंदुस्तानी के ऊपर जो भी आरोप लगाए गए है, गुजरात पुलिस उसको वापस ले।
उनके समर्थको का कहना है कि काजल हिंदुस्तानी (Kajal Hindustani) राष्ट्र हित, और धर्म रक्षा और गौ रक्षा जैसे मुद्दों पर चर्चा करती है। काजल बेन हिंदुस्तानी हिंदुस्तान की शान है और समग्र देश में हिंदू धर्म प्रचारक और समाज सेवी महिला है। विश्व हिंदू परिषद काजल हिंदुस्तानी का समूर्ण समर्थन करता है। आप अकेली नही हो, हम सब आप के साथ है।
हिंदू के तमाम संगठनों द्वारा सरकार से मांग करते है कि इस मामले को लेकर उच्च अधिकारियों द्वारा एक सीट टीम गठन करके इसकी जांच करवाएं और जो भी गलत है, इसके ऊपर कानूनी कार्रवाई की जाय।
हमारी संस्था को राज्य सरकार और केंद्र सरकार के ऊपर पूरा विश्वास है। देश और हिंदू धर्म की रक्षा के लिए न्यायिक लड़ाई लड़ती शेरनी काजल बेन हिंदुस्तानी को जल्द से जल्द रिहा करे, यही सरकार से हमारी मांग है ।
ये है पूरा मामला
गुजरात के उना में रामनवमी के मौके पर भड़काऊ भाषण देने के कारण काजल हिन्दुस्तानी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। काजल हिन्दुस्तानी के बयान के बाद उना में सांप्रदायिक दंगे हुए थे। पुलिस ने उसे पहले भगोड़ा घोषित कर दिया था। फिर काजल ने रविवार को पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया। अब अदालत ने काजल हिन्दुस्तानी को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।