हिंदू धर्म में करवा चौथ व्रत का बेहद खास महत्व है। करवा चौथ का व्रत महिलाएं अपने पति के लम्बी उम्र के लिए रखती है। पूरे दिन निर्जला व्रत रख रात में चाँद को देख व्रत का पारण करती है। व्रत चंद्रमा के दर्शन के बाद ही पूरा होता है। जानिये इस बार चाँद कब दिखेगा और कैसे करें पूजा।
चंद्रोदय का समय: 1 नवंबर 2023 को, व्रत की शुरुआत रात 9:30 बजे होगी और पूरा होगा रात 9:19 बजे को।
कुछ शहरों में चंद्रोदय का समय:
नई दिल्ली: रात 8:15 बजे
लखनऊ: शाम 7:46 बजे से रात 8:00 बजे तक
कोलकाता: शाम 7:46 बजे
बेंगलुरु: रात 8:54 बजे
मुंबई: रात 8:59 बजे
पुणे: रात 8:56 बजे
अहमदाबाद: रात 8:50 बजे
जयपुर: रात 8:26 बजे
नोएडा: रात 8:14 बजे
गुड़गांव: रात 8:16 बजे
चंडीगढ़: रात 8:10 बजे
चेन्नई: रात 8:43 बजे
हैदराबाद: रात 8:40 बजे
करवा चौथ पूजा की विधि:
व्रत तोड़ने से पहले, महिलाएं देवताओं की पूजा करती हैं, और पूजा की वेदी तैयार करती हैं।
महिलाएं करवा चौथ की कथा सुनती हैं और फिर चाँद को देखकर व्रत को खोलती हैं।
पति अपनी पत्नी को पानी और फल देकर व्रत को खोलते हैं।
व्रत खोलने के बाद, रात्रि में पत्नी को भगवान गणेश, भगवान शिव, और भगवान कार्तिकेय की पूजा करनी चाहिए।
करवा चौथ 2023 पूजा सामग्री:
कपूर, घी, दही, पानी, दूध, चीनी, शहद, हल्दी, चंदन, सिन्दूर, चावल का पिसा आटा (एपन के लिए), मिट्टी का करवा, करवा की सींख, अगरबत्ती, रोली, मिठाई, फूल, छलनी, तेल दीपक, रुई की बाती।