देश में हो रही मूसलाधार बारिश के वजह से जनजीवन काफी अस्तव्यस्त हो गया है। जिससे लोगो को काफी दिक्क्तों का सामना करना पड़ रहा है। इन मूसलाधार बारिश की वजह से नदियो ने विकराल रूप धरण कर लिया है। वही पश्चिमी यूपी में गंगा यमुना समेत सभी नदियों का भी यही हाल है। जिस कारण बाढ़ की स्तिथि बन गयी है। बागपत में गुरुवार की शाम को यमुना का तटबंध टूटने से दो गांवों में बाढ़ की स्थिति बन गई साथ ही बिजनौर में भी बाढ़ के हालात बने हुए हैं। फतेहपुर में गंगा का तटबंध टूटने से स्थिति भयानक हो गई है। मौके पर अधिकारी उपस्तिथ हैं।
पहाड़ों पर हो रही बारिश के कारण नदियों का जलसतर बढ़ गया है। बागपत में यमुना नदी उफान पर है। वहीं गुरुवार को बढ़े जलस्तर के कारण यमुना का तटबंध टूटने से कई गांवों में पानी घुस गया। वहीं किसानों की हजारों बीघा फसल पानी में डूब गई। तेज रफ्तार से पानी गांवों की तरफ बह रहा है। स्थिति चिंताजनक बताई जा रही है।
तटबंध टूटने का पता चलते ही सुभानपुर व अलीपुर में हरकंप मच गया और ग्रामीण उसे रोकने के लिए तटबंध के पास पहुंचे। लेकिन वहां तटबंध काफी चौड़ाई तक टूटने की वजह से, इसे बंद नहीं किया जा सका । इसकी सूचना प्रशासन को दी गई तो एडीएम व अन्य अधिकारी वहां पहुंचे और वहां तटबंध ठीक करने के लिए पोकलेन मशीन मंगवाई गई है। हालांकि अभी यमुना का पानी गांव की तरफ लगातार बह रहा है, जिसे जल्द ही नहीं रोकने पर हालात और बिगड़ सकते हैं।
बिजनौर बैराज से 4:00 बजे आई रिपोर्ट के आधार पर गंगा का जलस्तर 1लाख 97 हजार क्यूसेक पर पहुंच गया है, जिससे हस्तिनापुर के फतेहपुर प्रेम के समीप कच्चे तटबंध को बचाना क्षेत्र के लोगों और प्रशासन के लिए चुनौती बन रहा है। यहां पर लगातार काटन हो रहा है और सैकड़ों लोग इसे रोकने की कोशिश में है लेकिन लगातार बढ़ रहा जलस्तर परेशानियों को बढ़ा रहा है।
घरों में घुस रहा बाढ़ का पानी
तीय क्षेत्रों में हुई भारी बारिश के चलते नदियों का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गया है। जिसके चलते बिजनौर जनपद के दर्जनों गांवों का संपर्क बढ़ापुर से कट गया है। वहीं नकटा नदी के पानी से कस्बे के मोहल्ला भजड़ावाला में लगातार भूमि कटान जारी है। खेतों में पहुंचे नदी के पानी से फसलें भी बरबाद हो गई हैं।
क्षेत्र में लगातार तेज वर्षा होने के कारण जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया है। वहीं पर्वतीय क्षेत्र में हुई भारी वर्षा के चलते क्षेत्र की नदियां ऊनी, पहाड़ा, खो व नकटा नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गया। इन नदियों का जलस्तर बढ़ने और तेज जल प्रवाह के कारण बढ़ापुर इलाके का संपर्क दर्जनों गांवों पूरी तरह कट गया है।
नगर पंचायत और तहसील प्रशासन के द्वारा भूमि कटान और पानी रोकने के सारे प्रयास बेकार हो गए हैं। मोहल्ला भजड़ावाला में नदियों के पानी से कई मकान और झोपड़ियां बह गईं। खेतों में खड़ी फसल भी पानी में डूब गई है। जिससे किसानों को काफी नुकसान उठाना पडा है । साथ ही खेतों में सब्जियां भी खत्म होने की कगार पर है।