उमेश पाल हत्याकांड में एक अहम घटनाक्रम प्रयागराज जिले से सामने आ रहा है। उमेश पाल हत्याकांड मामले में शामिल शातिर शूटर जिसने पहली गोली उमेश पाल और सिपाही को मारी थी। वह आज सुबह कौंधियारा थाने क्षेत्र में क्राइम ब्रांच के साथ मुठभेड़ के दौरान मारा गया। विजय उर्फ उस्मान को पकड़ने के लिए 50 हजार के इनाम की घोषणा की गई थी। पुलिस के अनुसार घायल व्यक्ति को स्वरूप रानी अस्पताल भेजा गया। यह घटना सुबह करीब पांच बजे की है।
अस्पताल ने की मौत की पुष्टि
स्वरूप रानी नेहरू अस्पताल के आपातकालीन चिकित्सा अधिकारी डॉ. बद्री विशाल सिंह ने बताया, हमने जांच की जिसके बाद उसे मृत घोषित कर दिया गया और शव को मुर्दाघर भेज दिया गया। उसे गोली लगी थी। उमेश पाल को गाड़ी से उतरते ही सबसे पहले विजय उर्फ उस्मान ने पहली गोली मारी थी। दुकान में छिपे दूसरे शख्स ने उस्मान के बाद ही उमेश पर फायरिंग की थी। उमेश पाल हत्याकांड में ये दूसरा एनकाउंटर हुआ है।
यूपी सीएम ने माफिया को मिट्टी में मिलाने का किया था ऐलान
कल पुलिस प्रशासन की तरफ से इस मामले में फरार आरोपियों पर इनाम घोषित किया गया था। यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा में ऐलान किया था कि माफिया को मिट्टी में मिला देंगे। इसके बाद पुलिस और प्रशासन एक्शन में दिख रहा है।
बुलडोजर भी एक्शन में
इस मामले में कई आरोपियों के घर पर बुलडोजर कार्रवाई भी हो चुकी है। उमेश पाल की प्रयागराज के धूमनगंज में योजनाबद्ध तरीके से अंधाधुंध गोलियां बरसाकर और बम फोड़कर हत्या कर दी गई थी। उमेश पाल साल 2005 में बसपा विधायक राजू पाल की हत्या का अहम गवाह था। इस सनसनीखेज वारदात में उमेश पाल का सुरक्षाकर्मी भी मारा गया था।