माफिया अतीक को पूछताछ के बाद ला सकती है प्रयागराज

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उमेश पाल हत्याकांड में नामजद आरोपी माफिया अतीक (Atiq) अहमद को गुजरात साबरमती जेल से उत्तर प्रदेश लाने की तैयारी है। यूपी पुलिस रविवार को अहमदाबाद की जेल पहुंच गई है। सूत्रों के अनुसार, माफिया अतीक को जबरन वसूली और दंगा भड़काने के केस में प्रयागराज की कोर्ट में पेश होना है। जिसके लिए उत्तर प्रदेश पुलिस अहमदाबाद पहुंची है। पूछताछ के बाद ट्रांसफर वारंट पर अतीक को उत्तर प्रदेश लाया जा सकता है।

देवरिया से गुजरात जेल

माफिया अतीक (Atiq) अहमद को जून 2019 में गुजरात साबरमती जेल शिफ्ट किया गया था। सुप्रीम कोर्ट ने 22 अप्रैल 2019 को आदेश दिया था कि अतीक को देवरिया जेल से गुजरात में उच्च सुरक्षा वाली साबरमती जेल में शिफ्ट किया जाए। माफिया अतीक अहमद पर रियल एस्टेट व्यवसायी मोहित जायसवाल के अपहरण और हमले की साजिश रचने का आरोप था।

शार्प शूटर पुलिस की पकड़ से दूर

24 फरवरी, 2023 की शाम प्रयागराज में उमेश पाल हत्याकांड को अंजाम देने वाले शामिल गैंग का मोस्ट वांटेड अतीक (Atiq) का बेटा असद और उसके शार्प शूटर अभी भी पुलिस की पकड़ से दूर है। उमेश पाल को कार का गेट खोलकर उतरते ही गोलियों और बम से मारकर हत्या कर दी थी।

मामला CCTV में कैद

कथित हत्याकांड में उमेश और उसके दो गनर की भी मौत हो गई थी। जहां पूरी घटना CCTV में कैद हो गई थी। उमेश पाल, पूर्व विधायक राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह थे। उमेश पाल की पत्नी जया पाल ने अतीक अहमद के साथ अशरफ, पत्नी शाइस्ता परवीन, उसके दो बेटों और अन्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था।

दूसरे देशों में होने की आशंका

सुरक्षा एजेंसियों को उमेश पाल हत्याकांड में शामिल शूटरों के बांग्लादेश भागने की सूचना मिली है। जिसके बाद अब आरोपियों की धरपकड़ में लगी टीम ने खाड़ी देश से आने वाले फोन कॉल पर नजर रखनी शुरू कर दी है।

VoIP पर शिकंजा

यह भी सूचना है कि अतीक अहमद के शूटर वॉयस ओवर इंटरनेट प्रोटोकॉल (VoIP) से एक-दूसरे से संपर्क कर रहे हैं। अब जांच एजेंसियां और सतर्क हो गई हैं। VoIP से खाड़ी देशों में बात कराने के लिए अवैध रूप से टेलीफोन एक्सचेंज चलाने वालों पर शिकंजा कसना भी शुरू कर दिया है।

17 साल पुरानी दुश्मनी

उत्तर प्रदेश में बसपा विधायक रहे राजू पाल मर्डर केस के मुख्य गवाह उमेश पाल की शुक्रवार को हत्या कर दी गई। गनर संदीप मिश्रा और राघवेंद्र सिंह भी गंभीर रूप से घायल हुए थे। इलाज के दौरान दोनों की भी मौत हो गई। बसपा के पूर्व विधायक राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश और अतीक अहमद के बीच दुश्मनी करीब 17 साल पुरानी है।