केंद्रीय गृह मंत्रालय ने बीते सोमवार को नागरिकता (संशोधन) अधिनियम CAA को लागू कर दिया है। इसके बाद से ही देशभर से इस पर मुद्दे पर सबकी अलग-अलग राय सामने आने लगी है। आपको बता दें कि सीएए के माध्यम से केंद्र सरकार बांग्लादेश, पाकिस्तान और अफगानिस्तान से 31 दिसंबर, 2014 तक आए प्रताड़ित हिंदू, सिख, जैन, बौद्ध, पारसी और ईसाइयों को भारत की नागरिकता देगी। हालांकि, कई लोग इस बारे में गलत तथ्यों के साथ जानकारी भी साझा कर रहे हैं। ऐसे में यूपी पुलिस के डीजीपी प्रशांत कुमार (Prashant Kumar) ने कड़ी चेतावनी जारी की है।
उत्तर प्रदेश के डीजीपी प्रशांत कुमार (Prashant Kumar) ने साफ शब्दों में कहा है कि CAA के नाम पर कोई भी अगर गड़बड़ी करने की कोशिश करेगा तो उसपर कड़ी कारवाई होगी। डीजीपी प्रशांत कुमार (Prashant Kumar) ने कहा है कि हमारी तैयारी CAA को लेकर पहले से है। उन्होंने साफ शब्दों में कहा है कि CAA से किसी की नागरिकता जा नहीं रही, बल्कि पड़ोसी देशों में धार्मिक कारणों से परेशान लोगो को नागरिकता मिलेगी। ये संख्या भी बहुत कम है।
डीजीपी प्रशांत कुमार (Prashant Kumar) ने कहा है कि यूपी पुलिस की सोशल मीडिया पर खास नजर है। इसके अलावा संवेदनशील जगहों या जहां पहले हिंसा हुई थी वहां खास नजर रखी जा रही है। ड्रोन और सीसीटीवी की मदद से भी निगरानी की जा रही है। डीजीपी ने जानकारी दी है कि किसी स्थिति से निपटने के लिए PAC की 179 कंपनी और सीएपीएफ की 100 कंपनी तैयार है।