यूपी के झांसी में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। यहां दूल्हे की गैरमौजूदगी में दुल्हन ने अपने जीजा संग सात फेरे ले लिए। जब इसकी पोल खुली तो दुल्हन ने आनन-फानन में अपनी मांग में भरा सिंदूर पोंछ डाला।
यह घटना 27 फरवरी को पॉलिटेक्निक कॉलेज मैदान में आयोजित सामूहिक विवाह सम्मेलन में हुई। झांसी के बामोर निवासी खुशी की शादी छतरपुर मध्यप्रदेश के बृषभान के साथ तय हुई थी।
लेकिन जब शादी का समय आया तो बृषभान मौके पर नहीं पहुंचा। इसके बाद खुशी ने अपने जीजा दिनेश से शादी कर ली। दिनेश भी पहले से शादीशुदा है और खुशी का रिश्ते में जीजा लगता है।
दुल्हन खुशी ने बताया कि होने वाला पति (दूल्हा) मौके पर नहीं आ पाया था। क्योंकि, बारिश हो रही थी और वो काफी दूर था। इस कारण जीजा जी से शादी कर ली।
वहीं, इस फर्जीवाड़े को लेकर विवाह समारोह में मौजूद समाज कल्याण अधिकारी ललिता यादव ने अपना पल्ला झाड़ते हुए कहा कि यह मुमकिन नहीं है। यदि ऐसा हुआ है और शिकायत मिलती है तो जांच कर कार्यवाही की जाएगी।
सूत्रों का कहना है कि विवाह समारोह में सरकार की ओर से मिलने वाली आर्थिक मदद हड़पने के लिए ये खेल किया गया था। इस खेल में विभागीय अधिकारी व कर्मचारी भी शामिल बताये जा रहे हैं।
यह घटना निश्चित रूप से चिंताजनक है और सरकार की सामूहिक विवाह योजना पर सवाल खड़ा करती है। इस मामले में जांच होनी चाहिए और दोषियों को सजा मिलनी चाहिए।