यूपी के कानपुर देहात से एक मामला सामने आया है। यहां पर एक सरकारी एंबुलेंस में कुछ लोग धक्का लगाकर आगे बढ़ाते हुए दिखाई दे रहे हैं। ऐसा नजारा दे एक लोग सरकार से सवाल पूछ रहे हैं कि यह कैसी एंबुलेंस है जो मरीज को लेकर जाती है अब उसी को लोग धक्का लगाकर लेकर जा रहे हैं।
सरकारी एंबुलेंस में लगाया गया धक्का
उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम और स्वास्थ्य मंत्री बृजेश पाठक लगातार स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को दुरुस्त बनाने की बात कहते रहे हैं, लेकिन एक तस्वीर स्वास्थ्य व्यवस्थाओं की पोल खोलने का काम कर रही है। एक फोटो इस वक्त सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है जिसमें कुछ लोग सरकारी एंबुलेंस में धक्का लगाकर आगे ले जाते हुए दिखाई दे रहे हैं। दरअसल सरकारी एंबुलेंस में धक्का लगाने का मामला कानपुर देहात का है। यहां पर रसूलाबाद प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर एक सरकारी एंबुलेंस अचानक से खराब हो गई जिसके बाद कुछ लोग उसमें धक्का लगाकर आगे ले जाते हुए दिखाई दे रहे। इसी के साथ-साथ एक बाइक चालक भी बाइक के सहारे एंबुलेंस में धक्का लगाता हुआ दिखाई दे रहा है। अब सवाल यह उठाते हैं कि अगर ऐसे में किसी भी मरीज को एंबुलेंस की जरूरत पड़ती है तो इस एंबुलेंस को समय रहते मरीज तक कैसे पहुंचाया जा सकता है।
100 मीटर तक लोगों ने एंबुलेंस में लगाया धक्का
जिस सरकारी एंबुलेंस में धक्का लगाया जा रहा है उस एंबुलेंस का नंबर UP 32 BJ 9834 है जो कि मरीज के द्वारा 108 नंबर डायल करने पर एंबुलेंस पहुंचती है। लेकिन इस एंबुलेंस की अचानक से हालत खराब हो गई। इस एंबुलेंस के बारे में बताया गया कि यह एंबुलेंस रसूलाबाद सीएचसी पर मरीजों के लिए खड़ी रहती है। लेकिन जब इस एंबुलेंस को ड्राइवर ने स्टार्ट करने की कोशिश की तभी है एंबुलेंस स्टार्ट नहीं हुई। फिर कहीं जाकर आसपास के लोगों को बुलाया गया उन्होंने एंबुलेंस में 100 मीटर तक धक्का लगाया लेकिन उसकी बावजूद भी एंबुलेंस स्टार्ट नहीं हुई तो फिर बाइक सवार ने एक पैर के सहारे एंबुलेंस में धक्का लगाया। हालांकि इस मामले में जब स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से बात की गई तो उन्होंने इस मामले में बोलने से बिल्कुल इनकार कर दिया। लेकिन यूपी में ज्यादातर एम्बुलेंस धक्के के सहारे चलती हैं।