उन्नाव: साक्षी महाराज बोल चुनाव करते वक्त याद रखें राम भक्तों पर गोली किसने चलवाई

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यूपी के उन्नाव में भारतीय जनता पार्टी के मौजूदा सांसद और प्रत्याशी साक्षी महाराज ने लोकसभा चुनाव से पहले विपक्ष पर निशाना साधने का काम किया। उन्होंने कहा कि मतदाता मतदान करने से पहले यह बात याद रखें की राम भक्तों पर गोलियां किसने चलवाई।

विपक्ष पर बरसे साक्षी महाराज

उन्नाव की लोकसभा सीट से तीसरी बार भाजपा के प्रत्याशी साक्षी महाराज चुनाव प्रचार के दौरान जमकर बयान बाजी कर रहे हैं। सांसद साक्षी महाराज ने कहा कि आपका उन्नाव में मंदिरों को करोड़ों रुपए मिला है किसी मंदिर को एक करोड़ किसी को एक 50 लाख। धर्म की स्थापना और दो दुष्टो को बर्बाद करने में बुल्डोजर बाबा नंबर एक पर हैं। विपक्ष पर निशाना चाहते हुए कहा कि आपको चुनना है एक तरफ वह हैं जिन्होंने राम भक्तों की हत्या की है राम भक्तों की हत्यारे हैं चुनाव मैदान में है और एक तरफ हुआ है जिन्होंने राम मंदिर को बनाने वाले हैं आप मुझे देख रहे हैं कोई अगर उसे समय अयोध्या गया हो तो मुझे पहचान लेना अयोध्या का आंदोलन मेरे हाथ में था बैरियर मैंने तोड़ा था उसे समय मुलायम सिंह ने कहा परिंदा पर नहीं मार सकता तो मैंने कहा किसी की दम नहीं है जो मुझे रोक सकता है। मेरे सामने वहां गोलियां चली थी इन हाथों ने सरयू से राम भक्तों की लाशों को निकाला है। चारों तरफ से गोलियां चल रही थी लेकिन मैं बच गया कई राम भक्तों की लाशों को उठाकर चार धाम मंदिर में लेकर गया था वह दृश्य मैंने देखा था अयोध्या का। कभी मैंने सोचा नहीं था कि अयोध्या में श्री राम का मंदिर बन पाएगा। लेकिन मैं धन्यवाद देता हूं मोदी जी का योगी जी का आज विश्व का सबसे विशालतम मंदिर बनकर तैयार हो गया है। ओवैसी पर पलटवार करते हुए कहा कि उन्होंने कहा था कि अगर राम मंदिर में एक ईंट भी रखी गई तो खून की नदियां बहेंगी आखिर इतना खून कहां से लाते। एक बूंद भी नहीं गिरी मंदिर बन गया उद्घाटन भी हो गया। केंद्र में मंत्री रहे फारूक अब्दुल्ला पर भी पलटवार किया कहा कि उन्होंने पार्लियामेंट में मोदी जी को चैलेंज किया था 10 बार भी मोदी अगर प्रधानमंत्री बने तो कश्मीर से धारा 370 नहीं है सकती है लेकिन मोदी जी ने धारा 370 को हटा दिया। कहा कि लड़ाई वोटो की नहीं है यह लड़ाई सांसद बनने की भी नहीं है यह लड़ाई देशद्रोहियों और देश भक्तों के बीच की है। उन शहीदों के सपनों को साकार करने की लड़ाई है जो हंसते-हंसते फांसी के फन्दों पर लटक कर शहीद हो गए।