उत्तर प्रदेश के उन्नाव क्षेत्र में 23 फरवरी को सड़क पर क्षत-विक्षत दलित किशोर की लाश मिलने के मामले में सनसनी का पर्दाफाश हुआ था। इस घटना को पहले पुलिस ने हादसा माना था, लेकिन जब परिजनों ने अपहरण और गैंगरेप के बाद इसे हत्या बताया और पुलिस की लापरवाही का हवाला देते हुए विरोध किया तो हंगामा मच गया। उसके बाद एसपी सिद्धार्थ शंकर मीणा ने जानकारी लेने के लिए स्वाट व सर्विलांस समेत तीन टीमों को खुलासे के लिए लगाया। पुलिस को जब पूछताछ के दौरान मृत व्यक्ति के फोन से आरोपी प्रेमी पिंटू रावत के व्हाट्सएप चैट का वेकअप मिला तो उन्हें आरोपी का इशारा मिल गया। इसके बाद पुलिस ने आरोपी प्रेमी पिंटू को हिरासत में लिया। पुलिस की पूछताछ में आरोपी ने बताया कि किशोरी की हत्या दोस्तों के साथ मिलकर गाड़ी से कुचलकर की थी। एसपी सिद्धार्थ शंकर मीणा ने घटना का खुलासा करते हुए बताया कि 2 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा रहा है।
दरअसल उन्नाव के सफीपुर कोतवाली क्षेत्र के सफीपुर-परियर मार्ग पर परियर चौकी से 300 मीटर की दूरी पर 23 फरवरी सुबह करीब 3 बजे दलित किशोरी का क्षत विक्षत शव पड़ा मिला था। सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने जब शव की पहचान कराई तो पता चला कि यह पास के ही एक घर से लापता दलित युवती का शव है। इसके बाद पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज कर मामले की जांच पड़ताल शुरू कर दी। वहीं, परिजनों ने गैंगरेप के बाद हत्या का आरोप लगाते हुए काफी हंगामा किया था। हालांकि पुलिस के जल्द खुलासे के आश्वासन पर परिजनों ने शव का अंतिम सस्कार किया था।
जानिए क्या थी हत्या की वजह?
पुलिस ने जब आरोपी पिंटू रावत को हिरासत में लेकर पूछताछ की, तो आरोपी ने हत्या की वरादात को कबूल करते हुए बताया कि 23 फरवरी की रात करीब 12 बजे प्रमिका के व्हाट्सऐप पर मैसेज कर घर के बाहर मिलने के लिए बुलाया था। प्रेमिका के आने के बाद काफी देर तक हम दोनों ने बातें की। इस दौरान शारीरिक संबंध भी बनाए। इसी बीच प्रेमिका के चाचा का फोन आ गया। फोन आने के बाद वह परिवार के डर से घर से भगा ले जाने के साथ शादी का दबाव बनाने लगी। काफी मना करने के बाद घर जाने को राजी नहीं हो रही थी, तो समाज के डर के चलते दोस्तों से बात कर उसकी हत्या की साजिश रच डाली।
प्रेमिका को दी खौफनाक मौत
आरोपी पिंटू रावत ने पुलिस को बताया कि पहले तो प्रेमिका को समझा-बुझाकर अपनी कार में बैठाया। इसके बाद घर जाने के लिए सड़क पर छोड़ दिया। वहीं, प्लानिंग के तहत सड़क पार करते समय पहले अपनी कार से प्रेमिका को टक्कर मारी, फिर पीछे से आ रहे दोस्त ने कार से उसे कुचल दिया। घटना के बाद हम दोनों फरार हो गए। कार से कुचलने के पीछे की मंशा पूरे घटनाक्रम को सड़क हादसे के रूप में बदलना था, लेकिन पुलिस ने प्रेमी के मंसूबों पर पानी फेर दिया। एसपी उन्नाव सिद्धार्थ शंकर मीणा ने पूरे मामले का खुलासा करते हुए बताया कि दलित किशोरी की हत्या के आरोप में उसके प्रेमी पिंटू रावत और उसके दोस्त रोहित रावत को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।