असद के एनकाउंटर की खबर सुन उमेश पाल की माँ ने दी अपनी प्रतिक्रिया

असद अहमद के एनकाउंटर पर उमेश पाल की मां ने कहा कि, मेरे बेटे को सरेआम गोली मार दी। आज की कार्रवाई से हम लोगों को थोड़ी सी शांति मिली है।

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Umesh Pal Murder Case: माफिया अतीक अहमद (Atiq Ahmed) के बेटे असद अहमद (Asad Ahmed) और शूटर गुलाम मोहम्मद (Ghulam Mohammed) का उत्तर प्रदेश की पुलिस ने आज एनकाउंटर कर दिया। दोनों उमेश पाल मर्डर केस में वांटेड थे। इन दोनों पर पांच-पांच लाख रुपये का इनाम था। एनकाउंटर झांसी में पारीछा डैम के पास हुआ। प्रशांत कुमार, स्पेशल DG लॉ एंड ऑर्डर ने इस बात की जानाकरी देते हुए कहा कि, “इनपुट थे कि रास्ते में काफिले पर हमला करके अतीक को छुड़ाने की प्लानिंग की जा रही है। इसे देखते हुए स्पेशल फोर्सेस लगाई गई थीं।”

एडीजी लॉ एंड ऑर्डर ने बताया कि, “आज 12:30 से 1 बजे के बीच में एक सूचना के आधार पर कुछ लोगों को रोका गया, तो दोनों तरफ से गोलियां चलीं। इस मुठभेड़ में 24 फरवरी को उमेश पाल की हत्या करने वाले दो लोग घायल हुए। बाद में दोनों की मौत हो गई। इनकी पहचान असद अहमद और गुलाम के रूप में हुई। अभियुक्तों के पास से अत्याधुनिक विदेशी हथियार, बुलडॉग आदि बरामद हुए हैं।”

प्रशांत कुमार एडीजी लॉ एंड ऑर्डर ने आगे कहा कि, “सरकार की अपराध और अपराधियों, माफियाओं को खत्म करने की जो प्रतिबद्धता है, वो आप जानते हैं। सरकार जीरो टॉलरेंस की नीति अपना रही है।” वही, STF की कार्रवाई के दौरान अतीक अहमद की प्रयागराज अदालत में पेशी चल रही थी। जहाँ बेटे (असद) के एनकाउंटर की खबर सुनकर वो रोने लगा। गला सूखा तो पानी मांगा और सिर पकड़कर बैठ गया।

वही दूसरी तरफ असद अहमद के एनकाउंटर पर उमेश पाल की मां ने कहा कि, “मेरे बेटे को सरेआम गोली मार दी। आज की कार्रवाई से हम लोगों को थोड़ी सी शांति मिली है। मेरे बेटे के हत्यारे मारे गए। ये जो 2 एनकाउंटर हुए हैं, उन्हें पाप की सजा मिली। देर है अंधेर नहीं है, योगीजी को धन्यवाद।”

असद और शूटर गुलाम के एनकाउंटर पर राजनितिक गलियों से भी रिएक्शन आने शुरू हो गए है। जहाँ उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि, “झूठे एनकाउंटर करके बीजेपी सरकार सच्चे मुद्दों से ध्यान भटकाना चाह रही है। बीजेपी वाले न्यायालय में विश्वास ही नहीं करते हैं। आज के हालिया एनकाउंटरों की भी गहन जांच-पड़ताल हो। दोषियों को छोड़ा न जाए, सही-गलत के फैसलों का अधिकार सत्ता का नहीं होता है। बीजेपी भाईचारे के खिलाफ है।”