उत्तर प्रदेश उमेश पाल हत्याकांड में जहां पुलिस और एसटीएफ शूटरों को पकड़ने में नाकाम हो रही है। वही पुलिस और एसटीएफ द्वारा छापेमारी को ओर तेज गति दे दी गयी है। इसी कड़ी को जोड़ते हुए शुक्रवार को प्रयागराज पुलिस ने अपराह्न करीब तीन बजे चौक स्थित बान वाली गली में एक घर में छापा मारा। यहां पूरे घर की तलाशी लेने को लेकर घर की महिलाओं ने विरोध किया। परन्तु पुलिस ने घर के तीनों कमरों की तलाशी ली ओर पूछताछ कर लौट गई।
उमेश पाल हत्याकांड में निशाने पर मुख्य रूप से अतीक अहमद का बेटा असद और घटना के समय बम फोड़ने वाला गुड्डू मुस्लिम है। असद और गुड्डू मुस्लिम लखनऊ में अक्सर साथ देखे जाते थे। हत्या के कुछ दिन पहले से दोनों में निकटता और बढ़ी थी। उस समय कोई इसकी वजह नहीं समझ पाया था।
नये नंबर से है कनेक्शन
जब राजूपाल हत्याकाण्ड के गवाह उमेश व उनके गनर की सरेआम हत्या कर दी गई और वीडियो फुटेज में असद, गुड्डू मुस्लिम भी दिखे। तब लोगों को इस निकटता का मतलब समझ में आया। एसटीएफ के एक अधिकारी ने बताया कि गुड्डू ने हत्या से कुछ दिन पहले एक नया नम्बर लिया था। इस नम्बर के बारे में कुछ समय पहले ही पता चला। इसकी काल डिटेल में ही लखनऊ के कई तीन-चार लोगों के नम्बर मिले थे। इनमें से दो लोग घरों से फरार है। यह घर उमेश हत्याकाण्ड में पांच लाख के इनामी गुड्डू मुस्लिम के करीबी का है। यहां कुछ दिन पहले एसटीएफ भी पहुंची थी।
सर्विलांस की मदद से पता चला
प्रयागराज (Prayagraj) पुलिस को सर्विलांस की मदद से इस करीबी का घर चौक स्थित बान वाली गली में होने का पता चला। इस पर ही आनन फानन एक टीम प्रयागराज से लखनऊ रवाना हो गई थी। इस टीम ने एसटीएफ से भी इस करीबी के बारे में बात की तो पता चला वह लोग भी उसका पता लगाने घर गये थे। पर, वह मिला नहीं था। शुक्रवार को प्रयागराज पुलिस भी गई लेकिन वहां कुछ मिला नहीं। घर वाले भी उसके बारे में कोई जानकारी नहीं दे सके। ज्यादा पूछताछ करने पर महिलाओं ने विरोध कर दिया और तलाशी का विरोध किया। पर, टीम ने उन्हें शांत कराया और घर की तलाशी लेकर चले गये।