रूस (Russia) और यूक्रेन (Ukraine) के बीच जंग फिर से तेज़ हो गया है। रूस (Russia) ने यूक्रेन (Ukraine) के कखोवका बांध पर बड़ा हमला किया था। इस हमले के बाद अब चारों ओर तबाही का मंजर दिख रहा है। वही बांध के टूटने के बाद से ही आसपास के इलाकों में दहशत फ़ैल गई है। जहाँ बांध टूटने के बाद पानी बढ़ता ही जा रहा है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कखोवका बांध के आसपास के 80 गांव पूरी तरह पानी में बह गए हैं। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की (Volodymyr Zelensky) को पहले से ही अंदेशा था कि रूस इस तरह की हरकत कर सकता है। रूस ने किया भी वही, यूक्रेन के कखोवका बांध पर अटैक कर दिया और ब्लास्ट से उसे ध्वस्त कर दिया। इसके बाद तबाही का मंजर फैल गया है।
बाढ़ से घिरे लोगों को निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की (Volodymyr Zelensky) ने इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए इसे रूस की आतंकी घटना करार दिया है। उधर, बाढ़ से घिरे लोगों को निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने का काम जोरों से जारी है। नीपर नदी पर बने इस बांध के टूटने की वजह से 4.8 अरब गैलन पानी खेरसॉन शहर की तरफ बढ़ चुका है। अक्टूबर 2022 में वोलोदिमीर जेलेंस्की ने भी अपना डर जाहिर किया था कि रूस इस बांध में ब्लास्ट कर सकता है।
बांध में विस्फोट से कुछ लोगों की मौत हो गई है
वही इस बांध के ब्लास्ट की एक वीडियो भी सामने आयी है। जिसमे देखा जा सकता है कि कैसे जोरदार ब्लास्ट हुआ है और बांध टूटने से पानी बहने लगता है। बांध के करीब स्थित 80 बस्तियों में बाढ़ की स्थिति है। हर घंटे 8 इंच पानी बढ़ रहा है। यूक्रेन (Ukraine) बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों से करीब 17,000 लोगों को निकालने की तैयारी कर रहा है। बांध में विस्फोट से कुछ लोगों की मौत हो गई है तो कई घायल हैं। बचावकर्मियों को काफी मशक्कत करना पड़ रहा है। नीपर नदी पर वेस्ट बैंक में काम करने वाले एक बचावकर्ता ने कहा कि, कोई नहीं जानता है पानी कब रुकेगा। जहाँ हजारों शरणार्थियों को ओडेसा और मायकोलाइव ले जाने के लिए ट्रेनों और बसों का प्रयोग किया जा रहा है।