विष्णु भक्तों के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है तुलसी की माला, जानें इसे धारण करने के नियम

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सनातन धर्म के अनुसार, तुलसी में माता लक्ष्मी का वास होता है और तुलसी के मंगल से भगवान विष्णु के मंत्र का जाप विशेष फलदाई माना जाता है। ऐसे में यदि आप तुलसी की माला गले में धारण करते हैं तो मन और आत्मा दोनों पवित्र हो जाते हैं। इसके अलावा मन में सकारात्मक विचारों का संचार बढ़ता जाता है। इस लेख में जानिए तुलसी की माला से जुड़े कुछ नियम।

तुलसी के सिद्धांतों से पहले जानें ये नियम, जानें महत्वपूर्ण और फायदे

हिंदू धर्म में तुलसी के पौधे का बहुत महत्व है। शास्त्रों में तुलसी के पौधे को सबसे शुद्ध माना गया है, इसलिए बासी होने के बाद भी इसका उपयोग पूजा में किया जाता है। कहा जाता है कि तुलसी भगवान विष्णु को बहुत प्रिय है. उनकी पूजा के प्रसाद में तुलसी चढ़ाना अनिवार्य माना जाता है। इसके बिना पूजा अधूरी मानी जाती है। अधिकतर घरों में तुलसी का पौधा लगा होता है। मान्यता है कि तुलसी का पौधा लगाने से घर में सुख-समृद्धि आती है।

आइए जानते हैं तुलसी की माला से जुड़ी महत्वपूर्ण बातों के बारे में।

माला को बार-बार ना उतारें

ज्योतिष शास्त्र में तुलसी से जुड़े कई नियम बताए गए हैं। यदि आपने एक बार तुलसी की माला धारण कर ली है। उसे बार-बार भूलकर भी उकसाना नहीं चाहिए। ऐसा करने से आपको अच्छे फल की प्राप्ति हो पाना मुश्किल है।

माला का शुद्धीकरण जरूरी

तुलसी की माला धारण करने से पहले उसका शुद्ध होना आवश्यक है। पहले उसे अच्छी तरह से गंगाजल से धो लें। जब माल सुखा जाए तो उसके बाद ही धारण करना चाहिए।

माला पहनकर शौचालय ना जाएं

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, यदि आप गले में तुलसी की तरह धारण नहीं कर सकते हैं, तो इसे सिरिए हाथ में भी धारण किया जा सकता है। परंतु नित्य क्रिया के समय इस मंगल को उद्घाटित कर रख देना चाहिए। नहाने के बाद इसे नाममात्र गंगाजल से धोकर ही पहना।

तुलसी की माला पहनने के अन्य नियम

  • तुलसी की माला को पहनने से पहले गंगाजल से धोना चाहिए और सूखने के बाद धारण करना चाहिए।
  • इस माला को धारण करने वाले लोगों को प्रतिदिन जप करना होता है। इससे भगवान विष्णु की कृपा बनी रहती है।
  • तुलसी की माला पहनने वाले व्यक्ति को सात्विक भोजन करना चाहिए। इसका मतलब यह है कि लहसुन, प्याज, मांस-मछली आदि खाना वर्जित है।
  • किसी भी स्थिति में तुलसी की माला शरीर से अलग नहीं करनी चाहिए

विष्णु भक्तों के लिए क्यों महत्वपूर्ण है तुलसी की माला?

भगवान विष्णु और कृष्ण के भक्त तुलसी की माला पहनते हैं। मान्यता है कि इस माला को पहनने से मन शांत और पवित्र रहता है। कहा जाता है कि इस माला को पहनने से रोगों से छुटकारा मिलता है। शास्त्रों के अलावा तुलसी माला को ज्योतिष शास्त्र में भी महत्वपूर्ण माना गया है। इस माला को धारण करने से बुध और गुरु ग्रह मजबूत होते हैं। तुलसी की माला पहनने से किसी भी प्रकार के वास्तु दोष से छुटकारा मिलता है।

पौराणिक कथा के अनुसार, तुलसी को वरदान है कि भगवान विष्णु केवल तुलसी के पत्ते चढ़ाने वाली वस्तुओं का ही प्रसाद ग्रहण करते हैं। इसी प्रकार जिसने तुलसी की माला को नष्ट कर दिया हो, भगवान विष्णु उस व्यक्ति को अपनी शरण में ले लेते हैं। तुलसी कंठी माला धारण करने से व्यक्ति को वैकुंठ धाम की प्राप्ति होती है।

कैसे करें सही माला की पहचान?

तुलसी की सही माला की पहचान करने के लिए माला को लगभग आधे घंटे तक पानी में रखें। अगर रंग छूटने लगे तो समझ लें कि यह नकली माला है।