नोएडा से दिल्ली का सफर जल्द ही होगा नॉनस्टॉप

नोएडा से दिल्ली का सफर जल्द ही नॉनस्टॉप होने वाला है क्योंकि इस रूट को जोड़ने वाले चिल्ला एलिवेटेड रोड को लेकर 29 नवंबर को प्री बिड मीटिंग होगी।

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नोएडा से दिल्ली का सफर जल्द ही नॉनस्टॉप होने वाला है क्योंकि इस रूट को जोड़ने वाले चिल्ला एलिवेटेड रोड को लेकर 29 नवंबर को प्री बिड मीटिंग होगी। एलिवेटेड रोड के निर्माण के लिए कंपनियों से 12 दिसंबर तक आवेदन मांगे गए हैं। आपको बता दें कि दिल्ली से नोएडा को जोड़ने वाले चिल्ला एलिवेटेड रोड को लेकर 29 नवंबर को प्री बिड मीटिंग होगी। सेतु निगम ने यह मीटिंग रखी गई है। एलिवेटेड रोड का निर्माण करने के लिए कंपनियों से 12 दिसंबर तक आवेदन मांगे गए हैं। इस परियोजना का काम मार्च में शुरू होने की उम्मीद है। जाम खत्म करने के लिए दिल्ली के चिल्ला रेगुलेटर से नोएडा के महामाया फ्लाईओवर तक यह एलिवेटेड रोड बनना है। चिल्ला रेगुलेटर से एलिवेटेड रोड को मयूर विहार फ्लाईओवर से जोड़ा जाएगा।

सेतु निगम ने इस महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट को शुरू करने के लिए पिछले महीने टेंडर  जारी किया था और उसके बाद 29 नवंबर को प्री बिड मीटिंग रखी गई है। इस मीटिंग के दौरान कंपनियों के पास अपने आवेदन से जुड़ी कोई भी जानकारी लेने या सुझाव देने का सुनहरा मौका होगा। अधिकारियों का कहना है कि इस टेंडर प्रक्रिया में कंपनी का चयन हो जाता है तो मार्च-अप्रैल 2024 तक एलिवेटेड रोड का काम शुरू हो सकता है।

चिल्ला एलिवेटेड रोड पर काम 2020 में शुरू हुआ था। लेकिन लागत विवाद के कारण 2021 में बंद कर दिया गया था। बाद में लागत बढ़ने के कारण काम पूरी तरह बंद हो गया। करीब 2 साल तक काम पूरी तरह बंद रहा। लेकिन 4 माह पहले लागत संबंधी विवाद पर काबू पा लिया गया है।
सेतु निगम को जब काम मिला तो उसने नाम मात्र का काम किया, लेकिन तब तक तकनीकी व वित्तीय दिक्कतों के कारण काम रुका रहा। लागत विवाद को सुलझाने के बाद नोएडा अथॉरिटी ने सेतु निगम को टेंडर जारी करने का निर्देश दिया है और प्रोजेक्ट नोएडा अथॉरिटी को सौंप दिया गया है।

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक चिल्ला एलिवेटेड रोड की योजना लगभग 10 साल पहले फिल्म सिटी मार्ग पर भीड़भाड़ कम करने के मुख्य उद्देश्य से तैयार की गई थी। यह योजना छह-सात साल तक फाइलों में ही कैद रही, लेकिन 2018 में इसे मंजूरी मिली और 25 जनवरी को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसका शिलान्यास किया। प्रोजेक्ट को सितंबर 2021 तक सेक्टर 18 तक महामाया और दिसंबर 2021 तक पूरी एलिवेटेड रोड बनाने का लक्ष्य था। लेकिन विभिन्न कठिनाइयों के कारण इसका पूरा होना लटका हुआ है।
इस सड़क के बनने से दिल्ली और नोएडा के बीच ट्रैफिक जाम से राहत मिलेगी और सार्वजनिक परिवहन की सुविधा बेहतर होगी। यह परियोजना दोनों शहरों के बीच और भी मजबूत संबंध को बढ़ावा देगी और स्थानीय लोगों को समृद्ध होने में मदद करेगी।