उत्तर प्रदेश: मेरठ (Meerut) के एसएसपी रोहित सिंह (Rohit Singh) ने मतगणना के लिए की गई तीन स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की जानकारी देते हुए बताया कि शहर में CAPF और क्विक रिस्पॉन्स टीम को तैनात किया गया है।
रोहित सिंह ने पत्रकारों से बातचीत में कहा, “चुनाव आयोग के दिशा-निर्देशों के अनुसार, तीन स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की गई है। मतगणना प्रक्रिया के लिए आने वाले लोगों की जांच और तलाशी ली जा रही है। हम यह भी जांच कर रहे हैं कि उनके पास मोबाइल फोन या कोई अन्य सामान तो नहीं है, जिसकी चुनाव आयोग के अनुसार अनुमति नहीं है।”
उन्होंने आगे कहा, “पार्टी एजेंटों ने जिस स्थान पर कैंप लगाया है, वहां प्रादेशिक सशस्त्र कांस्टेबुलरी (पीएसी) और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) को तैनात किया गया है। शहर में कई जगहों पर क्विक रिस्पांस टीम (क्यूआरटी) भी तैनात की गई है।
2024 के चुनावों में लोकसभा सीटों के लिए डाले गए वोटों की गिनती का विशाल काम मंगलवार सुबह 8:00 बजे शुरू हुआ। सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश, ओडिशा और आंध्र प्रदेश में विधानसभा चुनाव 543 सदस्यीय लोकसभा के लिए मतदान के साथ ही हुए।
आंध्र प्रदेश में 175 विधानसभा क्षेत्रों और ओडिशा में 147 विधानसभा क्षेत्रों के परिणाम और 25 विधानसभा क्षेत्रों में उपचुनाव के परिणाम भी आज घोषित किए जाएंगे।
इस आम चुनाव में 8,000 से अधिक उम्मीदवारों के लिए वोटों की गिनती के सुचारू संचालन के लिए कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है।
पीएम मोदी का लक्ष्य तीसरा कार्यकाल हासिल करना
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार में लगातार तीसरा कार्यकाल हासिल करना चाहेगी, जबकि कांग्रेस के नेतृत्व वाला विपक्ष सत्ता से बेदखल करना चाहता है। अधिकांश एग्जिट पोल ने पीएम मोदी के सत्ता में लौटने की भविष्यवाणी की है, जो उन्हें जवाहरलाल नेहरू (Jawaharlal Nehru) के बाद सत्ता में लगातार तीसरी बार आने वाले पहले प्रधानमंत्री बना देगा।
इस बीच, भारतीय राष्ट्रीय विकास समावेशी गठबंधन (इंडिया) ब्लॉक के नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने भारत के चुनाव आयोग से मुलाकात की और यह सुनिश्चित करने का आग्रह किया कि डाक मतपत्रों की गिनती की जाए और ईवीएम के नतीजे घोषित होने से पहले उनके नतीजे घोषित किए जाएं। इससे पहले, मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि एक “बहुत मजबूत प्रणाली” लागू की गई है। उन्होंने कहा, “करीब 10.5 लाख बूथ हैं। प्रत्येक बूथ पर 14 टेबल होंगी। पर्यवेक्षक और माइक्रो-ऑब्जर्वर होंगे। इस प्रक्रिया में करीब 70-80 लाख लोग शामिल हैं।”