देश के फेमस शेफ सुरेश पिल्लई (Suresh Pillai) ने केरल की फूड संस्कृति को दुनिया भर में फेमस कर दिया है। कभी कैटरिंग के बिजनेस में एक सर्विस बॉय के रूप में नौकरी करने वाले सुरेश पिल्लई (Suresh Pillai) के इस वक्त देश में ढेर सारे रेस्टोरेंट हैं, जो फ़ूड लवर्स के लिए स्वर्ग कहे जाते हैं। उनकी हर एक डिशेज सोशल मीडिया पर आग की तरह फैली रहती है और यही कारण है कि लोग उनके खाने की तारीफ से लेकर उनकी भी खूब प्रशंसा करते है।
सुरेश पिल्लई ने बताई अपने संघर्ष की कहानी
आर्थिक तौर पर कमजोर कही जाने वाली पृष्ठभूमि से आने वाले सुरेश पिल्लई (Suresh Pillai) ने अपने आपको साबित करने के लिए कई तरह की छोटी-मोटी नौकरियां भी की है। हाल ही में सुरेश पिल्लई (Suresh Pillai) ने अपने ट्विटर अकाउंट पर उन दिनों को याद करते हुए एक फोटो पोस्ट की है, जिसमें वो कैटरिंग सर्विस करते दिख रहे हैं।
सुरेश की तस्वीर हुई वायरल
इस तस्वीर को साझा करते हुए सेलेब्रिटी शेफ सुरेश पिल्लई (Suresh Pillai) ने अपनी इंस्पायरिंग जर्नी के बारे में बताया। इस तस्वीर में किसी पार्टी में कैटरिंग बॉय बनकर खड़े हुए सुरेश नजर आ रहे हैं। फोटो के साथ शेफ सुरेश पिल्लई ने अपने पुराने और संघर्ष वाले दिनों को भी याद किया है। कैप्शन में सुरेश पिल्लई ने लिखा, “किसी शादी समारोह में फूड सर्व करते हुए, ये 18 साल का कैटरिंग सर्विस बॉय वही शेफ पिल्लई हैं, जिसे आज आप शेफ सुरेश पिल्लई के नाम से जानते हैं।”
छठी और सातवीं क्लास से ही कारोबार करना किया था शुरू
सुरेश पिल्लई ने आगे लिखा कि, “किस तरह उन्होंने महज छठी और सातवीं क्लास में ही अपना बिजनेस शुरू किया। उनके भाग्य में बिजनेसमैन बनना ही लिखा था। वो लिखते हैं, मेरे घर में पोमेलो का एक बेहद बड़ा पेड़ हुआ करता था, वो पेड़ बचपन का फेवरेट फल वाला पेड़ था। बतौर सुरेश मुझे ये इतना प्यारा था कि, मैं सुबह 5 बजे उठ जाता था और नाश्ते के समय में एक-दो फल तोड़ लेता था। कुछ दिनों बाद जल्द ही यह पॉकेट मनी के लिए मेरा पहला सोर्स बन गया। मैं इसके फल तोड़कर बाजार में 25 पैसे पर पीस के हिसाब से बेच देता था। उस समय मेरे दोस्तों को एक-दो रुपये के नोट दिखाने में आप मेरे प्राइड की कल्पना कर सकते हैं।”
पिल्लई ने कही ये बात
सुरेश पिल्लई ने लिखा है कि, “वो एक बिजनेसमैन की तरह मंदिर के उत्सव के लिए भुनी हुई मूंगफली भी बेच चुके हैं।” उन्होंने लिखा, “युवावस्था में वो एक होटल के वेटर भी थे, वहीं एक मंदिर के भोजनालय में एक क्लीनर के रूप में भी उन्होंने काम किया। इतना ही नहीं वो एक कैटरिंग बॉय भी थे।” सुरेश पिल्लई ने आगे लिखा कि, “आज मैं जो कुछ भी हूं, वो मेरे जीवन के बीते हुए समय के अनुभव से ही मिला हुआ है। काम के लिए भ्रमित महसूस करना सही है, क्योंकि इससे इंसान कोशिश करता रहता है। वही सुरेश द्वारा किया गया यह द्वीट लोगो को खूब लुभा रहा है। जिसे देख लोग सुरेश की जमकर तारीफ करते नज़र आ रहे है।