370 दिनों में 8600 किलोमीटर पैदल चलकर इस शख्स ने हज़ यात्रा की पूरी

शिहाब छोटूर पिछले साल 2 जून को केरल से हज यात्रा पर पैदल निकल पड़े थे और अपने जुनून के दम पर उन्होंने हज यात्रा के लिए पवित्र शहर मक्का तक की दूरी पूर्ण कर ली है।

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संकल्प अगर अटल हो तो मंजिल का सफर तय हो ही जाता है। ऐसा ही एक कारनामा केरल के एक शख्स ने भी कर दिखाया है। दरअसल, केरल के रहने वाले शिहाब छोटूर पिछले साल 2 जून को केरल से हज यात्रा पर पैदल निकल पड़े थे और अपने जुनून के दम पर उन्होंने हज यात्रा के लिए पवित्र शहर मक्का तक की दूरी पूर्ण कर ली है। शिहाब छोटूर 370 दिनों में 8600 किलोमीटर की यात्रा कर पवित्र शहर मक्का पहुंचे।

केरल के मलप्पुरम जिले के वलनचेरी के रहने वाले शिहाब छोटूर ने 2 जून 2022 को हज करने के लिए अपनी यात्रा शुरू की थी और अब जाकर इस महीने मक्का पहुंचे हैं। अपनी पैदल यात्रा के दौरान शिहाब छोटूर ने भारत, पाकिस्तान, ईरान, इराक और कुवैत की यात्रा की। मई के दूसरे सप्ताह में कुवैत से सऊदी अरब का बॉर्डर पार किया। सऊदी अरब में एंट्री लेने के बाद शिहाब छोटूर मदीना पहुंचे।

मक्का जाने से पहले शिहाब छोटूर ने मदीना में 21 दिन बिताए। शिहाब छोटूर ने मदीना और मक्का के बीच की 440 किलोमीटर की दूरी 9 दिनों में तय किया। शिहब अपनी मां जैनबा के करेल से मक्का शहर आने के बाद हज यात्रा करेंगे। केरल के इस शख्स का एक यूट्यूब चैनल भी है। अपनी पैदल यात्रा को शख्स ने रोजाना अपने चैनल में अपडेट भी किया। शिहाब ने अपनी यात्रा में हर उस लम्हे को कैद किया, जो उन्होंने केरल से मक्का तक के सफर तय करने के दौरान देखा और महसूस किया।

वही पिछले साल शिहाब वाघा बॉर्डर पर पहुंचने से पहले देश के कई राज्यों से गुजरे, जिसके जरिए वह पाकिस्तान में प्रवेश करना चाहते थे। शिहाब को पाकिस्तान में एंट्री के लिए काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा, क्योंकि पाकिस्तान की सीमा में घुसने के लिए उनके पास वीजा नहीं था। ट्रांजिट वीजा पाने के लिए उन्हें वाघा के एक स्कूल में महीनों तक इंतजार करना पड़ा। आखिर में फरवरी 2023 में शिहाब एक ट्रांजिट वीजा पाने में कामयाब रहे और फिर पाकिस्तान में एंट्री मिली। इसके बाद एक शॉर्ट विराम के बाद शिहाब ने सऊदी अरब की यात्रा शुरू की। 4 महीने के बाद शिहाब छोटूर हज यात्रा के लिए अपनी मंजिल तक पहुंच चुके हैं।