हरियाणा के कुरुक्षेत्र के ज्योतिसर में भगवान कृष्ण की ‘विराट स्वरूप’ प्रतिमा स्थापित है। हैरानी की बात ये है ये मूर्ति 40 फीट ऊँची है। ये करीब 35 टन वजनी ‘विराट स्वरूप’ प्रतिमा चार प्रकार की धातुओं के मिश्रण से बनी है, जिसमें 85 प्रतिशत तांबा और 15 प्रतिशत अन्य धातुएं हैं। मूर्ति में भगवान कृष्ण के नौ रूपों को दर्शाया गया है।
दस करोड़ की लागत से तैयार हुई मूर्ति
बता दे की भगवान कृष्ण की इस ‘विराट रूपी’ प्रतिमा को बनाने में लगभग दस करोड़ की धनराशि खर्च की गयी है। इस प्रतिमा को नोएडा में राम वनजी सुतार की कार्यशाला में डिजाइन किया गया है, जिन्होंने स्टैच्यू ऑफ यूनिटी को भी डिजाइन किया था। पेडस्टल बनाने के लिए खुदाई का काम इस साल जून में शुरू हुआ था।कृष्णा सर्किट परियोजना के प्रथम स्थल ज्योतिसर के नवीनीकरण के पहले चरण के तहत भगवान कृष्ण के विराट स्वरूप की मूर्ति का अनावरण पिछले साल किया गया था।
महाभारतकालीन जानकारी होगी उपलब्ध
केंद्र को पांच भवनों में बांटा जाएगा। इसके प्रथम भवन में महाभारत के युद्ध से पूर्व की घटनाओं की जानकारी उपलब्ध करायी जायेगी। अगली इमारत में 18 दर्पण स्थापित होने से, आगंतुक युद्ध के 18 दिनों में हुई घटनाओं को देख सकेंगे। इसके अलावा, आगंतुक इंटरैक्टिव पॉड से गीता में लिखी अपनी समस्याओं का समाधान भी पा सकते हैं। पांचवें भवन में युद्ध के बाद की घटनाओं जैसे युधिष्ठिर के राज्याभिषेक की जानकारी उपलब्ध कराई जाएगी। यह आगंतुकों के बीच आकर्षण का केंद्र बनेगा।