कौशाम्बी: अपर पुलिस महानिदेशक प्रयागराज, जोन प्रयागराज की प्रेरणा से पुलिस ऑफिस कौशाम्बी में 10 मार्च से चल रहे 02 दिवसीय साइबर जागरूकता कार्यशाला (cyber awareness training) का समापन कल दिनांक 11.04.2023 को पुलिस अधीक्षक कौशाम्बी बृजेश कुमार श्रीवास्तव द्वारा किया गया। एसपी कौशाम्बी बृजेश श्रीवास्तव व साइबर विशेषज्ञ डॉ0 रक्षित टण्डन द्वारा प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले पुलिस अधिकारियों एवं कर्मचारियों को प्रमाण पत्र प्रदान किया गया।
गौरतलब है कि पुलिस ऑफिस कौशाम्बी में दिनांक 10.04.2023 से साइबर अपराधों के सम्बन्ध में 02 दिवसीय विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया था, जिसमें भारत के प्रसिद्ध साइबर सुरक्षा विशेषज्ञ डॉ0 रक्षित टण्डन द्वारा पुलिस अधिकारियों एवं कर्मचारियों को साइबर अपराधों से लोगों को बचाने हेतु की जाने वाली महत्वपूर्ण कार्यवाहियों के बारे में जानकारी दी गई। इस दौरान प्रत्येक थानों में स्थापित साइबर हेल्प डेस्क पर नियुक्त पुलिस कर्मियों को प्रशिक्षित किया गया। जिससे वे साइबर अपराधों के सम्बन्ध में थानों पर आने वाली शिकायतों का त्वरित एवं प्रभावी निस्तारण थाना स्तर ही कर सकें ।
प्रशिक्षण के दौरान बताया गया कि साइबर अपराधों (cyber awareness training) से बचाव का एक मात्र माध्यम जागरुकता है। अतः लोगों में साइबर अपराध के तरीकों तथा उससे बचाव के उपायों के बारे में अधिक से अधिक प्रचार प्रसार किये जाए। जिसमें लोगों को अपना सीक्रेट पिन, ओटीपी, पासवर्ड तथा अन्य गोपनीय जानकारियां किसी से भी साझा न करने, किसी अनजान वीडियों कॉल न रिसीव करने, आदि के बारे में जानकारी दी जाए ।
प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले पुलिस अधिकारियों एवं कर्मचारियों को पुलिस अधीक्षक कौशाम्बी बृजेश कुमार श्रीवास्तव व साइबर विशेषज्ञ डॉ0 रक्षित टण्डन द्वारा प्रमाण पत्र प्रदान कर उन्हे कार्यस्थल पर बेहतर प्रदर्शन के निर्देश दिये गए। साइबर विशेषज्ञ द्वारा पुलिस कर्मियों को अत्याधुनिक साइबर अपराध से बचाव हेतु लोगो को जागरूग करने व किसी साइबर फ्राड के मामले में अनावरण के लिये बताया गया कि SMS की सत्यता की जाँच करना, ऑनलाइन शापिंग से बचाव, गुगल पे/फोन पे/पेटीएम से सावधानी पुर्वक भुगतान करने के सम्बन्ध में, इन्स्टाग्राम/फेसबुक/व्हट्सअप हैक होने पर क्या करें, विक्टिम के साथ फ्राड होने पर पुलिस अधिकारी के रूप में विक्टिम से कौन-कौन सी जानकारी ले, साइट्रेन के बारे में बताया गया कि साइट्रेन के माध्यम से किस तरह से प्रशिक्षण प्राप्त करें, आदि जानकारी दी गयी।