प्रसिद्ध युवा नेता सचिन पायलट का परिवार टूटने की खबर से पूरा गुर्जर समाज दुखी हो गया है। नोएडा तथा ग्रेटर नोएडा से लेकर देशभर के गुर्जर समाज को आश्चर्य हो रहा है कि ऐसा कैसे हो सकता है। ग्रेटर नोएडा क्षेत्र स्थित सचिन पायलट के पैतृक गांव वैदपुरा में लोग आश्चर्यचकित होकर कह रहे हैं कि ऐसा नहीं होना चाहिए था।
आपको बता दें कि सचिन पायलट मूल रुप से ग्रेटर नोएडा क्षेत्र के वैदपुरा गांव के रहने वाले हैं। वैदपुरा गांव में उनके स्व. राजेश पायलट का जन्म हुआ था। मंगलवार की देर शाम राजस्थान से नोएडा तक यह खबर आई कि सचिन पायलट व उनकी पत्नी सारा पायलट का तलाक हो गया है। यह खबर और कहीं से नहीं आई थी बल्कि सचिन पायलट द्वारा चुनाव आयोग को दिए गए शपथ पत्र (एफिडेविड) से आई थी। इस शपथ पत्र में सचिन पायलट ने साफ साफ लिखा है कि वें अब तलाकशुदा हैं। इस खबर पर नोएडा व ग्रेटर नोएडा क्षेत्र में रहने वाले सचिन पायलट के समर्थकों को आसानी से भरोसा नहीं हुआ। जब खबर पूरी तरह से कंफर्म हो गई तो सबने कहा कि बहुत बुरा हुआ। सचिन पायलट का जन्म जिस गुर्जर समाज में हुआ है उस गुर्जर समाज के लोगों को यह खबर पढ़कर व सुनकर बहुत दुख हुआ हैं
ग्रेटर नोएडा के वैदपुरा गांव में रहने वाले गुर्जर समाज के नागरिक सचिन पायलट के तलाक की खबर पर यकीन नहीं करना चाहते। उनका कहना है कि उनके लिए नोएडा तथा ग्रेटर नोएडा क्षेत्र के प्रसिद्ध पायलट परिवार के टूटने की खबर किसी सदमे से कम नहीं है। पूरे गुर्जर समाज को पायलट परिवार के अपार गर्व रहा है। उन्हें इस खबर पर यकीन करने में बहुत सारा समय लगेगा। स्व. राजेश पायलट के एक करीबी मित्र ने कहा कि वे अक्सर सचिन पायलट व उनकी माता जी श्रीमती रमा पायलट से मिलते रहते हैं। उन्हें कहीं से भी यह अंदाजा नहीं हुआ कि घर में इतना सबकुछ हो गया है।
मूल रुप से ग्रेटर नोएडा क्षेत्र के वैदपुरा गांव के रहने वाले स्व. राजेश पायलट एक प्रसिद्ध किसान नेता थे। उन्होंने पूरा जीवन किसानों व मजदूरों की सेवा में लगा रखा था। सचिन पायलट भी सच्चा किसान नेता बनने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। राजस्थान प्रदेश में तो कांग्रेस पार्टी ने 2018 के चुनाव में सचिन पायलट के बलबुते पर ही सरकार बनाई थी। इस बार 2023 के चुनाव में भी कांग्रेस पार्टी को सचिन पायलट से बहुत उम्मीदें हैं। देशभर का गुर्जर समाज सचिन पायलट को भविष्य के मुख्यमंत्री के तौर पर देखता है। गुर्जर समाज को कोई भी नेता अब तक किसी भी प्रदेश का मुख्यमंत्री नहीं बना है। ग्रेटर नोएडा से लेकर देशभर का गुर्जर समाज सचिन पायलट को गुर्जर समाज के पहले मुख्यमंत्री के तौर पर देखना चाहता है।