Aguwani-Sultanganj bridge: बिहार में एक बार फिर से निर्माणाधीन पुल भरभरा कर गंगा नदी में समा गया। पुल का निर्माण भी पूरा नहीं हुआ था कि वो नदी में गिर गया। इस हादसे के बाद फिर से भ्रष्टाचार को लेकर सवाल उठने लगे हैं। भागलपुर में अगुवानी-सुल्तानगंज पुल (Aguwani-Sultanganj bridge) गंगा नदी में गिर गया है। इसकी निर्माणाधीन लागत 1700 सौ करोड़ रुपये से ज्यादा बताई जा रही है। वही इस घटना में एक गार्ड के लापता होने की खबर मिली है।
अगुवानी-सुल्तानगंज पुल का श्रीगणेश होने से पहले ही ध्वस्त हो गया
बता दे कि, ये पुल खगड़िया के अगवानी से सुल्तानगंज (Aguwani-Sultanganj bridge) तक करीब 3 किलोमीटर से ज्यादा लंबा था। इस पुल का निर्माण उत्तर और दक्षिण बिहार को जोड़ने के लिए किया जा रहा था, लेकिन अगुवानी-सुल्तानगंज पुल का श्रीगणेश होने से पहले ही तीन पीलर ध्वस्त हो गए।
इस मामले में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पथ निर्माण विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत से मामले की विस्तृत जानकारी ली है। पुल के सुपर स्ट्रक्चर गिरने की घटना की विस्तृत जांच कराने के बाद दोषियों को चिह्नित कर कठोर कार्रवाई सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है।
वही ग्रामीणों का कहना है कि, रविवार होने के कारण तीनों पिलरों पर काम नहीं चल रहा था। इस कारण किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। लोग एक गार्ड के लापता होने की बात कह रहे हैं। इस बीच अगुवानी-सुल्तानगंज के बीच नाव सेवा को भी बंद करा दिया गया है।
इधर खगड़िया डीएम अमित कुमार पांडेय ने कहा कि, किसी के हताहत होने की कोई सूचना नहीं है। अधिकारी को घटनास्थल पर भेजा गया है। मिसिंग चेक कर रहे हैं। वही, इससे पहले अप्रैल में भी पुल का एक हिस्सा गिर गया था। लेकिन हैरानी की बात यह है कि स्थानीय प्रशासन ने इससे ना तो कोई सबक लिया और ना ही कोई बड़ा एक्शन लिया है। जहाँ दुबारा से यह पुल नदी में समा गया है।