Kasganj: भगवान भोलेनाथ का ध्यान जब हम करते हैं तो श्रावण का महीना, शिवरात्रि याद आता है। जहाँ सभी भक्तजन महाशिवरात्रि (Mahashivratri) और श्रावण के महीने में लोग शिव जी को खुश करने के लिए उनपर जल और दुध अर्पण करते है।
वही शिव जी को याद कर भक्तो को रूद्राभिषेक और कांवड़ का उत्सव आंखों के सामने आता है। बता दे कि, कांवड़ यात्रा की अलग-अलग जगहों की अलग-अलग मान्यताएं रही हैं। ऐसा मानना है कि सर्वप्रथम भगवान परशुराम ने कांवड़ लाकर “पुरा महादेव” में चढ़ाई थी, जो उत्तर प्रदेश प्रांत के बागपत के पास मौजूद है। वहीं, उत्तर प्रदेश के कई जगहों पर यह कांवड़ यात्रा होती है।
जहाँ उत्तर प्रदेश के कासगंज में महाशिवरात्रि (Mahashivratri) को लेकर कांवड़ यात्रा में भारी भीड़ को देखते हुए जिलाधिकारी हर्षिता माथुर की अध्यक्षता में कलैक्ट्रेट के रुद्राक्ष सभागार में पुलिस अधीक्षक सौरभ दीक्षित के साथ , संबंधित अधिकारियों की उपस्थिति में गोष्ठी आयोजित हुई। जिसमें पुलिस अधीक्षक ने घाटों की साफ़ सफाई, बैरीकेडिंग, लाइटिंग, महिलाओं के लिए चेंजिंग रूम, अस्थाई शौचालय, पुलिस सूचना केन्द्र, गोताखोर, स्टीमर, रुट डायवर्जन, हैल्थ कैम्प, एम्बुलेंस, कन्ट्रोल रूम आदि की व्यवस्थाओं पर संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया गया है।