डेट पर जाने से पूर्व उत्साह तो होना चाहिए परन्तु तनाव होना न तो अच्छी बात है और न ही यह होनी चाहिए। हालांकि यह काफी हद तक सामान्य भी है। कई बार डेटिंग एंग्जायटी इतनी ज्यादा हो जाती है कि व्यक्ति रिश्ते शुरू करने से परहेज करने लगता है। यह बात महिला और पुरुष दोनों पर लागू होती है।
जानकार बताते हैं कि डेटिंग को लेकर तनाव का अधिक होना शरीर में कई नकारात्मक प्रतिक्रिया उत्पन करता है जैसे कि पसीना आना, कांपना और दिल की गति का तेज होना। यह टेंशन एंग्जायटी में तब्दील हो जाती है तो व्यक्ति खुद को काफी कमतर महसूस करने लगता है जोकि उसकी जिन्दगी के बाकी एरिया को भी प्रभावित करती है।
विपरीत लिंग के व्यक्ति के साथ रोमांटिक, प्रेम संबंध में आने से पहले लोग जिन कारणों के चलते डेटिंग से पहले ज्यादा टेंशन महसूस करते हैं वे हैं- पिछले रिश्ते से मिली चोट, आत्मविश्वास या आत्मसम्मान की कमी, शर्मीलापन, किसी तरह की कोई उदासी या घटना, रिजेक्शन के केस, सेफ्टी को लेकर चिंता करना, किसी तरह का कोई रोग बीमारी होना जिसे लेकर शर्मिंदगी भी महसूस करते हों, डेटिंग का कोई भी अनुभव न होना।
डेंटिग से पूर्व एंग्जायटी से ऐसे बच सकते
- कई बार जब कोई व्यक्ति लंबे समय के रिश्ते के बाद दोबारा डेटिंग शुरू करता है तो उसे डेटिंग की चिंता का सामना करना पड़ सकता है। यह नॉर्मल है लेकिन इसी पर रुका नहीं जा सकता। आपको आगे बढ़ना होगा, खासकर अगर आपने रिजेक्शन या हार्टब्रेक का गहरा अनुभव किया हो।
- एक स्टडी बताती है कि डेटिंग को लेकर चिंता करने वाले लोगों को अस्वीकार किए जाने और दूसरों को अस्वीकार करने का डर हो सकता है। अगर टेंशन ज्यादा रहने लगे तो थेरेपिस्ट की मदद लें।
- माइंडफुलनेस को समझें और इसे प्रैक्टिस में लाएं। भावनाओं को कंट्रोल करने और नकारात्मक विचारों के लूप में फंसने से बचेंगे। जीवन में मेडिटेशन करें और खुद से सकारात्मक बातचीत करें।
- अपने आप में यह क्लियर रहें कि आपको शॉर्ट टर्म डेटिंग करनी है या शादी करनी है। जीवनसाथी को लेकर अपने पसंद को लेकर कंफ्यूज न हों और सामने वाले को भी क्लियर करके रखें कि आप उससे या डेटिंग से क्या चाहते हैं।