तेलंगाना विधानसभा चुनाव के लिए अब वोटिंग में ज्यादा दिन नहीं रह गया हैं। सभी सियासी दल अपनी जीत की तैयारियों में जोरो-शोरो से लगे हुए हैं। इस बीच राज्य में भाजपा को बड़ा झटका लगा है। पार्टी के बड़े नेता और पूर्व सांसद जी.विवेक वेंकटस्वामी ने भाजपा से इस्तीफा देकर कांग्रेस का दामन थाम लिया। जी.विवेक वेंकटस्वामी विधानसभा चुनावों के लिये बीजेपी की तेलंगाना इकाई की घोषणापत्र समिति के अध्यक्ष भी थे। जी.विवेक वेंकटस्वामी हैदराबाद में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की मौजूदगी में पार्टी में शामिल हुए।
केंद्रीय मंत्री व प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष जी.किशन रेड्डी को एक चिट्ठी लिखकर उन्होंने अपने फैसले की जानकारी दी। बता दें कि वेंकटस्वामी बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के भी सदस्य थे। तेलंगाना राज्य आंदोलन के दौरान वे कांग्रेस पार्टी के सदस्य थे। विवेक वेंकटस्वामी ने तेलंगाना राज्य के लिए अपने संघर्षों को याद किया। उन्होंने कहा कि संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए) की तत्कालीन अध्यक्ष सोनिया गांधी ने लोगों की इच्छाओं का सम्मान करते हुए तेलंगाना की मांग को पूरा किया था। उन्होंने आरोप लगाया कि हालांकि सभी को उम्मीद थी कि नए राज्य में लोगों की आकांक्षाएं पूरी होंगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) के नेतृत्व वाली सरकार पर लोगों के लिए नहीं बल्कि मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव के परिवार के लिए काम करने का आरोप लगाते हुए विवेक वेंकटस्वामी ने कहा कि सत्ताधारी दल की जनविरोधी सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए सभी को एकजुट होने की जरूरत है। तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस कमेटी (टीपीसीसी) के अध्यक्ष रेवंत रेड्डी ने संवाददाताओं को बताया कि उन्होंने विवेक का कांग्रेस पार्टी में शामिल होने का तहे दिल से स्वागत किया।