Tehreek-e-Taliban ने पाकिस्तान में हुए हमले की ली जिम्मेदारी

150 से अधिक लोग घायल हुए हैं। मरने वालो में कम से कम पांच उप-निरीक्षक और मस्जिद के इमाम मौलाना साहिबजादा नूरुल अमीन शामिल हैं।

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पाकिस्तान के पेशावर में सोमवार को आत्मघाती बम विस्फोट हुआ। जानकारी के मुताबिक, उच्च सुरक्षा वाले क्षेत्र में एक मस्जिद में दोपहर की नमाज अदा करने के दौरान आत्मघाती बम विस्फोट होने से 61 लोगों की मौत हो गई, जबकि 150 से अधिक लोग घायल हो गये हैं।

सुरक्षा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि, यह हमला दोपहर एक बजकर करीब 40 मिनट पर पुलिस लाइन इलाके के पास उस वक्त हुआ, जब नमाजी जुहर की नमाज अदा कर रहे थे। तभी अगली रो में बैठे आत्मघाती हमलावर ने विस्फोट कर खुद को उड़ा लिया। नमाजियों में पुलिस, सेना और बम निष्क्रिय दस्ते के कर्मी थे। राजधानी शहर पुलिस अधिकारी (CCPO), पेशावर मोहम्मद एजाज खान (Mohammad Ejaz Khan) ने कहा कि, विस्फोट में 61 लोगों की मौत हुई है। लेडी रीडिंग अस्पताल (Lady Reading Hospital) के अधिकारियों ने बताया कि, 150 से अधिक लोग घायल हुए हैं। मरने वालो में कम से कम पांच उप-निरीक्षक और मस्जिद के इमाम मौलाना साहिबजादा नूरुल अमीन शामिल हैं।

शाजाद कौकब- सभी सुरक्षा घेरे को तोड़ते हुए हमलावर मस्जिद में घुसने में सफल रहा

पाकिस्तान (Pakistan) के पेशावर शहर के अति सुरक्षित क्षेत्र में स्थित एक मस्जिद में आत्मघाती हमले की जिम्मेदारी तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (Tehreek-e-Taliban Pakistan) ने ली है। टीटीपी के मारे गए कमांडर उमर खालिद खुरासानी के भाई ने दावा किया कि यह आत्मघाती हमला उसके भाई की मौत का बदला लेने के लिए किया गया, जो बीते साल अगस्त में अफगानिस्तान में मारा गया था। पाकिस्तान तालिबान ( Pakistan Taliban) के नाम से जाने वाले तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान ने इससे पहले भी पाकिस्तान में सुरक्षा बलों को निशाना बनाते हुए कई आत्मघाती हमले किए हैं।

पेशावर के पुलिस अधीक्षक शाजाद कौकब ने मीडिया को बताया कि, “नमाज अदा करने के लिए वह मस्जिद में घुसे ही थे कि विस्फोट हो गया। वह सौभाग्यशाली थे कि हमले में बच गए। शाजाद कौकब का दफ्तर मस्जिद के करीब ही है। पुलिस लाइन स्थित मस्जिद चार स्तरीय सुरक्षा घेरे में थी। इन सभी सुरक्षा घेरे को तोड़ते हुए हमलावर मस्जिद में घुसने में सफल रहा और सबसे आगे की रो में जा बैठा।” 

पेशावर के पुलिस महानिरीक्षक मुअज्जम जाह अंसारी ने कहा है कि, “पुलिस विस्फोट की जांच कर रही है और यह पता लगा रही है कि बम हमलावर इस अति सुरक्षा वाली मस्जिद में कैसे घुसा। उन्होंने आशंका प्रकट की कि धमाके से पहले बम हमलावर पुलिस लाइंस में रह रहा होगा, क्योंकि पुलिस लाइन के अंदर ‘फैमिली क्वाटर्स’ भी हैं। पेशावर पुलिस, आतंकवाद निरोधक विभाग, फ्रंटियर रिजर्व पुलिस, इलीट फोर्स एवं संचार विभाग के मुख्यालय भी इसी विस्फोट स्थल के आसपास हैं।”

धमाके के दौरान तीन सौ से ज्यादा पुलिस अधिकारी मौजूद थे

एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि, विस्फोट होने के कारन मस्जिद का एक भाग ढह गया और बताया जा रहा है कि और कई लोग उसके नीचे दबे हैं। उनके अनुसार बम हमलावर पुलिस लाइन के भीतर, चार स्तरीय सुरक्षा वाली मस्जिद में घुस गया। कैपिटल सिटी पुलिस अफसर मुहम्मद इजाज खान का हवाला देते हुए डॉन अखबार ने खबर दी कि कई जवान मलबे के नीचे दबे हैं तथा बचावकर्मी उन्हें बाहर निकालने की प्रयास कर रहे हैं। धमाके के समय इलाके में 300 से ज्यादा पुलिस अधिकारी मौजूद थे। उन्होंने कहा कि, यह स्पष्ट है कि सुरक्षा में चूक हुई है। बचाव अभियान के प्रभारी बिलाल फैजी ने कहा कि, फिलहाल हमारा ध्यान बचाव अभियान पर है। हमारी पहली प्राथमिकता मलबे में दबे लोगों को सुरक्षित बाहर निकालना है।

पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ ने ट्वीट किया कि, “जिन लोगों की जान गई है। उनके परिवारों और जो लोग घायल हुए हैं, उनके प्रति मेरी गहरी संवेदना है। ऐसे में जरूरी हो गया है कि हम खुफिया सूचना संग्रहण में सुधार लायें और पुलिस बलों को आतंकवाद के बढ़ते खतरे का मुकाबला करने के लिए उपयुक्त रूप से मजबूत बनाएं।”

प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने कहा- लोगों की शहादत व्यर्थ नहीं जाएगी

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने कहा कि, हमलावरों का इस्लाम से कोई लेना देना नहीं है। उन्होंने कहा कि, आतंकवादी उन लोगों को निशाना बनाकर डर पैदा करना चाहते हैं जो पाकिस्तान की रक्षा करने का कर्तव्य निभाते हैं। विस्फोट में मारे गए लोगों की शहादत व्यर्थ नहीं जाएगी। प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि, समूचा राष्ट्र आतंकवाद की इस बुराई के विरूद्ध लड़ाई में एकजुट है। अशांत खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में कानून-व्यवस्था की स्थिति को सुधारने के लिए व्यापक रणनीति अपनाई जाएगी। इनके आलावा पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने भी इस हमले की कड़ी निंदा की है। 

प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और सेना प्रमुख जनरल आसिम मुनीर राहत एवं बचाव अभियान की समीक्षा के लिए पेशावर पहुंचे। प्रधानमंत्री यहां सेना प्रमुख के साथ लेडी रीडिंग अस्पताल भी गये और घायलों के स्वास्थ्य के बारे में पूछताछ की। बता दे कि, पेशावर के हॉस्पिटलों में आपात स्थिति की घोषणा कर दी गई है। वहीं इस विस्फोट के बाद इस्लामाबाद समेत बड़े शहरों में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गयी है